तर्ज, हारे का तू है सहारा सांवरे
घर से मैं लाया दो रोटी सांवरे ।माना यह काफी ना होगी सांवरे। एक भोग लगाना तुम, एक मुझको दे देना। बस शर्तें हैं इतनी सी, तुम किसी से ना कहना।घर से मैं लाया दो रोटी सांवरे ।माना यह काफी ना होगी सांवरे।
किसको नहीं था मैंने पुकारा ।फिर याद आया दर यह तुम्हारा।किसको नहीं था मैंने पुकारा ।फिर याद आया दर यह तुम्हारा। कोई न सहारा था, कोई ना हमारा था।घर से मैं लाया दो रोटी सांवरे ।माना यह काफी ना होगी सांवरे।घर से मैं लाया दो रोटी सांवरे ।माना यह काफी ना होगी सांवरे।
समझो जरा तुम नैनो की भाषा। अगर कह दिया मैंने होगा तमाशा।समझो जरा तुम नैनो की भाषा। अगर कह दिया मैंने होगा तमाशा। वह उंगली उठाएंगे मेरी हंसी उड़ाएंगे।घर से मैं लाया दो रोटी सांवरे ।माना यह काफी ना होगी सांवरे।घर से मैं लाया दो रोटी सांवरे ।माना यह काफी ना होगी सांवरे।
बनके तू साथी जीवन में आया। लाज रखी आंसू की भोग लगाया।बनके तू साथी जीवन में आया। लाज रखी आंसू की भोग लगाया। तु लाज बचाता है तू साथ निभाता है।घर से मैं लाया दो रोटी सांवरे ।माना यह काफी ना होगी सांवरे।घर से मैं लाया दो रोटी सांवरे ।माना यह काफी ना होगी सांवरे।
घर से मैं लाया दो रोटी सांवरे ।माना यह काफी ना होगी सांवरे। एक भोग लगाना तुम, एक मुझको दे देना। बस शर्तें हैं इतनी सी, तुम किसी से ना कहना।घर से मैं लाया दो रोटी सांवरे ।माना यह काफी ना होगी सांवरे।