चारों धामों से प्रिय ये व्रज धाम है। वृंदावन धाम जो इसका नाम है।वृंदावन धाम जो इसका नाम है। तेरे मंदिर में जाना मेरा काम है ।और मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है।तेरे मंदिर में जाना मेरा काम है ।और मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है। तेरे नामों से बनता मेरा नाम है। मेरे दिल में ही बसते मेरे श्याम है।तेरे मंदिर में जाना मेरा काम है ।और मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है।
तेरा हाथ जो है, कान्हा सर पर मेरे। फिर डर कैसा गर, तुम जो साथ मेरे।तेरा हाथ जो है, कान्हा सर पर मेरे। फिर डर कैसा गर, तुम जो साथ मेरे। तेरे कदमों की राहों पर चलता रहूं। राहों पर चलाना तेरा काम है। जिसको दुनिया में ना कोई अपना कहे। उसको अपना बनाना तेरा काम है।तेरे नामों से बनता मेरा नाम है। मेरे दिल में ही बसते मेरे श्याम है।तेरे मंदिर में जाना मेरा काम है ।और मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है।
गर में जो भटकू कहीं दर बदर। मुझको रास्ता दिखाना तेरा काम है।तेरे मंदिर में जाना मेरा काम है ।और मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है।तेरे मंदिर में जाना मेरा काम है ।और मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है।तेरे नामों से बनता मेरा नाम है। मेरे दिल में ही बसते मेरे श्याम है।तेरे मंदिर में जाना मेरा काम है ।और मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है।तेरे मंदिर में जाना मेरा काम है ।और मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है।तेरे मंदिर में जाना मेरा काम है ।और मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है।