तर्ज, तुम ही मेरे माता
सुनो श्याम प्यारे हैं तेरे सहारे। भंवर में फंसे हैं लगा दो किनारे।सुनो श्याम प्यारे हैं तेरे सहारे। भंवर में फंसे हैं लगा दो किनारे।
मैं क्या-क्या छुपाऊं, तुझे सब पता है।मैं क्या-क्या छुपाऊं, तुझे सब पता है। अगर अब भी सुधरु ना, तो मेरी खता है। बेबस निगाहें तुम्हीं को निहारे,भंवर में फंसे हैं लगा दो किनारे।सुनो श्याम प्यारे हैं तेरे सहारे। भंवर में फंसे हैं लगा दो किनारे।
ना डूबा कोई जो, तेरे दर पर आया।ना डूबा कोई जो, तेरे दर पर आया। किस्मत का लिखा तुमने, पलट के दिखाया। जिसे थाम ले तू ,कभी फिर ना हारे।भंवर में फंसे हैं लगा दो किनारे।सुनो श्याम प्यारे हैं तेरे सहारे। भंवर में फंसे हैं लगा दो किनारे।
तु वादे का पक्का,ये जग जानता है।तु वादे का पक्का,ये जग जानता है। राज जान से भी बढ़कर, तुम्हें मानता है। छोड़ा है सब कुछ भरोसे तुम्हारे।भंवर में फंसे हैं लगा दो किनारे।सुनो श्याम प्यारे हैं तेरे सहारे। भंवर में फंसे हैं लगा दो किनारे।
सुनो श्याम प्यारे हैं तेरे सहारे। भंवर में फंसे हैं लगा दो किनारे।सुनो श्याम प्यारे हैं तेरे सहारे। भंवर में फंसे हैं लगा दो किनारे।