ओडो कोडो बीरा आंवलारे, राई चरण को राख।ईसरदास घरां बधावण रे, गोरल जायो छ पूत।कानीराम धारो बीरा घूघरा रे, लाडेल मांय मोर।
गाजत बाजत ब गया रे, गया बाई रोवा री पोल।उठ बाई रोवां कर आरती रे, आया माई जाया बीर।भल आया भल आवणारे, आयेड़ारी भगत कराय।ताता सामान्डी घीव लापसी रे, और उड़द की दाल।
आवो बीरो थे जिमल्यो रे, आंचल ढोलागां बाल।आंचल रो मानस्यां रे, देस्यां म्हे अगड़ घड़ाय।अगड़ घड़ावो बीरा भावजा रे, हम न नोसर हार।
बेल बधावो मेर बाप को रे, ज्यूं माली ज्यूं दूब।ओडा कोडो बीरा रांवला रे, राई चरण को रुख।ईसरदास घरां बधावण रे, गोरल जायो छ पूत।कानीराम धारो बीरा घूघरा रे, लाडेल मांय मोर।