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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Ab Kashi me gyanvaapi ke shiv shambhu ki bari hai by Anamika jain,अब काशी में ज्ञान वापी के शिव शंभू की बारी है,shiv bhajan

अब काशी में ज्ञान वापी के ,मंदिर की तैयारी है।

अब काशी में ज्ञान वापी के, शिव शंभू की बारी है। राम लला को धाम मिला है, जिस पर जग बलिहारी है।जिस पर जग बलिहारी है।अब काशी में ज्ञान वापी के, शिव शंभू की बारी है। अब काशी में ज्ञान वापी के ,मंदिर की तैयारी है। नंदी के तप से विरोध की, हर एक ताकत हारी है।अब काशी में ज्ञान वापी के, शिव शंभू की बारी है।अब काशी में ज्ञान वापी के, शिव शंभू की बारी है।अब काशी में ज्ञान वापी के ,मंदिर की तैयारी है।अब काशी में ज्ञान वापी के, शिव शंभू की बारी है।

जगमग जगमग नवल प्रांत का ,जलवा दुनिया देखेगी।डमडम  डमडम डमरूनाथ का, जलवा दुनिया देखेगी। राम लला का जादू देखा, अवधपुरी में दुनिया ने। अब काशी के विश्वनाथ का, जलवा दुनिया देखेगी।जलवा दुनिया देखेगी। सत्य हैं शिव ये, और सुंदर है, पावन धरा हमारी है।अब काशी में ज्ञान वापी के, शिव शंभू की बारी है।अब काशी में ज्ञान वापी के ,मंदिर की तैयारी है।अब काशी में ज्ञान वापी के, शिव शंभू की बारी है।

बीतगया पतझड़ का मौसम, आई रुत मधुमासी  काशी। रस  में डूबी  धरा बनारस, ज्ञान मई अविनाशी काशी। विश्वनाथ जी नये रुप में, नाथ विश्व के फिर से हैं। तीर्थ रूप में महा तीर्थ बन, राज करेगी काशी काशी।काशी काशी,काशी काशी,काशी काशी,काशी काशी। विष्णु शंकर के प्रयास पर, हर्षित दुनिया सारी है।अब काशी में ज्ञान वापी के, शिव शंभू की बारी है।अब काशी में ज्ञान वापी के ,मंदिर की तैयारी है।अब काशी में ज्ञान वापी के, शिव शंभू की बारी है।

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