तु पेड़ बसंती, बागे में ऐसो खिल खिल जावे सा।म्हारो पिलो पिलो बाबो मन भावे सा।म्हारो पिलो पिलो बाबो मन भावे सा।
थारा यह सिंगार सांवरिया, हीवडे ने ललचावे। ऐसी थारी सूरत या प्यारी, देखन सगला आवे।थारा यह सिंगार सांवरिया, हीवडे ने ललचावे। ऐसी थारी सूरत या प्यारी, देखन सगला आवे। थारी देख छवि तो, केसर चंदन भी अब शर्मावे सा।म्हारो पिलो पिलो बाबो मन भावे सा।म्हारो पिलो पिलो बाबो मन भावे सा।
बैर क्यूं बैठ्यों सबने यो मुल्के,सबका लाड लड़ाए। पिलो सो सिंगार में सजके, पिलो सबने बांटे।बैर क्यूं बैठ्यों सबने यो मुल्के,सबका लाड लड़ाए। पिलो सो सिंगार में सजके, पिलो सबने बांटे। थारे भक्ता ने, गम की आंधी से हरदम काढे सा।म्हारो पिलो पिलो बाबो मन भावे सा।म्हारो पिलो पिलो बाबो मन भावे सा।
तु पेड़ बसंती, बागे में ऐसो खिल खिल जावे सा।म्हारो पिलो पिलो बाबो मन भावे सा।म्हारो पिलो पिलो बाबो मन भावे सा।