जय बाबा की कहने की अब आदत हो गई। जय श्री श्याम कहने की अब आदत हो गई। सुख-दुख हंसकर सहने की अब आदत हो गई।जय श्री श्याम कहने की अब आदत हो गई।जय बाबा की कहने की अब आदत हो गई।सुख-दुख हंसकर सहने की अब आदत हो गई।
जब से तेरी शरण में आया, तूने ये जीवन महाकाया। तूने पकड़ी बाह हमारी, मैं तेरा प्रेमी कहलाया। मेरे खाटू वाले श्याम, तेरी शरण में रहने की अब आदत हो गई।सुख-दुख हंसकर सहने की अब आदत हो गई।जय श्री श्याम कहने की अब आदत हो गई।जय बाबा की कहने की अब आदत हो गई।सुख-दुख हंसकर सहने की अब आदत हो गई।
तूने मुझको अपना बनाया, जीने का हर ढंग सिखाया। श्याम प्रभु तेरे गुण गाकर, मैं तेरा सेवक कहलाया। मेरे खाटू वाले श्याम, भजन गंगा में बहने की,अब आदत हो गई।सुख-दुख हंसकर सहने की अब आदत हो गई।जय श्री श्याम कहने की अब आदत हो गई।जय बाबा की कहने की अब आदत हो गई।सुख-दुख हंसकर सहने की अब आदत हो गई।
तेरी चौखट मेरा ठिकाना, गाऊं में सदा श्याम तराना। तेरे नाम की ओढ़ के चुनर, नाचू जग में बनके दीवाना। मेरे खाटू वाले श्याम, श्याम नाम के कहने की अब आदत हो गई।सुख-दुख हंसकर सहने की अब आदत हो गई।जय श्री श्याम कहने की अब आदत हो गई।जय बाबा की कहने की अब आदत हो गई।सुख-दुख हंसकर सहने की अब आदत हो गई।
रोमी थारा होके पत्थर, रोज ही खाता जग की ठोकर। राहों से पर प्रभु मुझको उठा कर, लगा लिया अपनी चौखट पर। मेरे खाटू वाले श्याम, तेरी रजा में रहने की,अब आदत हो गई।सुख-दुख हंसकर सहने की अब आदत हो गई।जय श्री श्याम कहने की अब आदत हो गई।जय बाबा की कहने की अब आदत हो गई।सुख-दुख हंसकर सहने की अब आदत हो गई।
जय बाबा की कहने की अब आदत हो गई। जय श्री श्याम कहने की अब आदत हो गई। सुख-दुख हंसकर सहने की अब आदत हो गई।जय श्री श्याम कहने की अब आदत हो गई।जय बाबा की कहने की अब आदत हो गई।सुख-दुख हंसकर सहने की अब आदत हो गई।