कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।
मैं तो गाउ कुंज बिहारी,श्री हरि दास नाम।कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।
कोई रटे सीताराम,कोई जपे राधे श्याम।कोई रटे सीताराम,कोई जपे राधे श्याम।मैं तो गाउ कुंज बिहारी,श्री हरि दास नाम।कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।
श्यामा प्यारी सी कुंज बिहारी प्यारी जू, जय जय श्री हरिदास दुलारी श्यामा जु।।श्यामा प्यारी सी कुंज बिहारी प्यारी जू, जय जय श्री हरिदास दुलारी श्यामा जु।।श्यामा प्यारी सी कुंज बिहारी प्यारी जू, जय जय श्री हरिदास दुलारी श्यामा जु।
कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।
मैं तो गाउ कुंज बिहारी,श्री हरि दास नाम।कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।
मोर जो बनाओ तो बनाओ श्री वृंदावन का, नाच नाच कहो कहो तुम्ही को रिझा।मोर जो बनाओ तो बनाओ श्री वृंदावन का, नाच नाच कहो कहो तुम्ही को रिझा। बंदर बनाओ तो बनाओ श्री निधिवन का, कूद कूद पात वृक्ष ओरन को दिखाऊंगा।बंदर बनाओ तो बनाओ श्री निधिवन का, कूद कूद पात वृक्ष ओरन को दिखाऊंगा।
भिखारी जो बनाओ तो बनाओ श्री वृंदावन को। मांग मांग टुक हरि भक्तन सो पाऊंगा।भिखारी जो बनाओ तो बनाओ श्री वृंदावन को। मांग मांग टुक हरि दर्शन सो पाऊंगा। भंगी जो कीजे तो कीजे कालिंदी को तीर,आठों याम श्याम श्याम श्याम श्याम गाऊंगा।भंगी जो कीजे तो कीजे कालिंदी को तीर,आठों याम श्याम श्याम श्याम श्याम गाऊंगा।
श्यामा प्यारी सी कुंज बिहारी प्यारी जू, जय जय श्री हरिदास दुलारी श्यामा जु।।श्यामा प्यारी सी कुंज बिहारी प्यारी जू, जय जय श्री हरिदास दुलारी श्यामा जु।।श्यामा प्यारी सी कुंज बिहारी प्यारी जू, जय जय श्री हरिदास दुलारी श्यामा जु।
कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।
मैं तो गाउ कुंज बिहारी,श्री हरि दास नाम।कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।
कीरत सुता के पग पग पे प्रयाग जहा,कीरत सुता के पग पग पे प्रयाग जहा, केशव के केल कुंज कोटि-कोटि काशी है। यमुना में जगन्नाथ रेणुका में रामेश्वर, तरु तरु पर बसें यहां अयोध्या निवासी है। गोपीन के द्वार, द्वार पे है हरिद्वार, भक्ति केदारनाथ बसे दास दासी है। स्वर्ग अपवर्ग व्यथा लेकर करेंगे क्या, जानते नहीं हो हम वृंदावन वासी है।जानते नहीं हो हम वृंदावन वासी है।जानते नहीं हो हम वृंदावन वासी है।जानते नहीं हो हम वृंदावन वासी है।
श्यामा प्यारी सी कुंज बिहारी प्यारी जू, जय जय श्री हरिदास दुलारी श्यामा जु।।श्यामा प्यारी सी कुंज बिहारी प्यारी जू, जय जय श्री हरिदास दुलारी श्यामा जु।।श्यामा प्यारी सी कुंज बिहारी प्यारी जू, जय जय श्री हरिदास दुलारी श्यामा जु।
कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।
मैं तो गाउ कुंज बिहारी,श्री हरि दास नाम।कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।
बांके ही आसन और बांके सिंहासन। बांकि है कटियन की छबि न्यारी।बांके ही आसन और बांके सिंहासन। बांकि है कटियन की छबि न्यारी। बांके ही रास विलास भये है, बांके भई ब्रज की सब नारी। बांके है मंदिर कंचन के यहां, बांकी भई श्री राधिका प्यारी। भक्तन दर्शन के हित कारण, झांकी झरोखा में बांके बिहारी।जब से देखा है बांके बिहारी तुम्हे, लुट गया लुट गया लुट गया लुट गया।लुट गया लुट गया लुट गया लुट गया।लुट गया लुट गया लुट गया लुट गया।लुट गया लुट गया लुट गया लुट गया।
श्यामा प्यारी सी कुंज बिहारी प्यारी जू, जय जय श्री हरिदास दुलारी श्यामा जु।।श्यामा प्यारी सी कुंज बिहारी प्यारी जू, जय जय श्री हरिदास दुलारी श्यामा जु।।श्यामा प्यारी सी कुंज बिहारी प्यारी जू, जय जय श्री हरिदास दुलारी श्यामा जु।
कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।
मैं तो गाउ कुंज बिहारी,श्री हरि दास नाम।कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।कोई रटे प्रिया लाल,कोई जपे श्यामा श्याम।