सुख मिले मान बढ़ जाए, बिगड़े बने सब काम। कल भी उसकी औड तें हट जा, जिसके हृदय में श्री राम। यह जग झूठा एक छलावा, आनी जानी छाया। सुख में संग जो मैंने मेरे, दुख में भी संग पाया।दुख में भी संग पाया।
मेरे राम मेरे राम, तेरा नाम मेरे राम। मेरे राम ,तेरा नाम तेरा नाम तेरा नाम। मेरे राम मेरे राम मेरे राम।
तन ना किसी का ना यह माया, लोगों में उलझा कोई समझ ना पाया। ऊपर से सब धोते काया। मन भीतर जो मेल जमाया। फस दल-दल में भी, कर्मों के जल में भी, जो है सुकून ले आया।मेरे राम मेरे राम, तेरा नाम मेरे राम। मेरे राम ,
सब कुछ जिसका तुझको अर्पण। सिमरन करता हो, पल पल छीन छीन।सब कुछ जिसका तुझको अर्पण। सिमरन करता हो, पल पल छीन छीन। कष्ट ना वह चौखट छु पाए, आंगन जो तेरी लो है लगाएं। पाक पवित्र ही, कलयुग भीतर ही, घर जिसमें गुनगुनाया।मेरे राम मेरे राम, तेरा नाम मेरे राम। मेरे राम ।तेरा नाम तेरा नाम तेरा नाम। मेरे राम,
क्या धरती क्या अंबर, तर लिए सात समंदर। देखी चारों दिशाएं जो है सबसे सुंदर। मेरी जीत में मेरे हार में, मेरे मीत में मेरे यार में। जो है गुरु जो मात पिता, जो है कण कण के अंदर।मेरे राम मेरे राम, तेरा नाम मेरे राम। मेरे राम ,तेरा नाम तेरा नाम तेरा नाम। मेरे राम,