तर्ज,धमाल
भगवा रंग में रंगी अयोध्या, धर्म ध्वजा लहराए जी। हो सालासर बालाजी देखो उड़ता आवे जी मंदिर राम को।हो सालासर बालाजी देखो उड़ता आवे जी मंदिर राम को। मंदिर राम को, मन होयो दीवानों अयोध्या धाम को ,मंदिर राम को।
राम नाम का जयकारा, सरयू के तीरा बोला जी। अरे दो-दो दिवाली 1 साल में, अबकी मनावा जी, मंदिर राम को।मंदिर राम को, मन होयो दीवानों अयोध्या धाम को ,मंदिर राम को।मंदिर राम को, मन होयो दीवानों अयोध्या धाम को ,मंदिर राम को।
आज तो अयोध्या नगरी, रामजी पधारया जी। राम नाम की धुन प्यारी, मारो मनडो मोव जी, मंदिर राम को।मंदिर राम को, मन होयो दीवानों अयोध्या धाम को ,मंदिर राम को।मंदिर राम को, मन होयो दीवानों अयोध्या धाम को ,मंदिर राम को।
छप्पन भोग फिका लागे, राम नाम अति मीठो जी। राम लला ने सोहवे टिको, विजय श्री को जी, मंदिर राम को।मंदिर राम को, मन होयो दीवानों अयोध्या धाम को ,मंदिर राम को।मंदिर राम को, मन होयो दीवानों अयोध्या धाम को ,मंदिर राम को।
अरे जगमग जगमग जोत जली है, राम आरती होवे जी। सत्य सनातन जाग गया, अब पाप सोव जी, मंदिर राम को।मंदिर राम को, मन होयो दीवानों अयोध्या धाम को ,मंदिर राम को।मंदिर राम को, मन होयो दीवानों अयोध्या धाम को ,मंदिर राम को।
राम नाम को डंको बाजे, अजमेरो तो गावे जी। भक्त मंडल सब लिखे राम की, महिमा न्यारी जी, मंदिर राम को।
भगवा रंग में रंगी अयोध्या, धर्म ध्वजा लहराए जी। हो सालासर बालाजी देखो उड़ता आवे जी मंदिर राम को।हो सालासर बालाजी देखो उड़ता आवे जी मंदिर राम को। मंदिर राम को, मन होयो दीवानों अयोध्या धाम को ,मंदिर राम को।