आओ अवध बिहारी,लेके सीता सुकुमारी,
देदो दर्शन मेरे भगवान।है हमने सजाया नया मंदिर बनाया,अदभुत आभा का नाव निर्माण।उड़े धर्म ध्वजा है मगन हवा, पुलकित ये ह्रदय हो आया है।आया जब से संदेशा श्री राम का मेरे,
ये मन मेरा हरसाया है।
बोलो जय श्री राम बोलो जय श्री राम।बोलो जय श्री राम बोलो जय श्री राम।।
बीते 14 बरस आँखें गई थी तरस,बस राह तेरी ताकते रहते।हर क्षण हर पल तेरी छवि ये नवल,
हम ध्यान तेरा धरते रहते।हर क्षण हर पल तेरी छवि ये नवल,हम ध्यान तेरा धरते रहते।
है तेरी सब माया,तुहि मुझमें समाया,
हर रोम में मेरे है भगवा।
बोलो जय श्री राम बोलो जय श्री राम।
बोलो जय श्री राम बोलो जय श्री राम।
तात राम नहीं नर भुऊपाला।भुवनेश्वर कालहू कर काला।ब्रह्म अनामे आज भगवनता,
व्यापक अजीत अनादि अनंता।
मेरा मान तुम्ही,सम्मान तुम्ही,हर ज्ञान आप से पाया है।हर गुण सदगुन,जो तुमने दिया,
मैने ह्रदय से वो अपनाया है।मेरा मान तुम्ही,सम्मान तुम्ही,हर ज्ञान आप से पाया है।हर गुण सदगुन,जो तुमने दिया,
मैने ह्रदय से वो अपनाया है। हर निद हमारी
जाए ओर तुम्हारी,सुन लो हे राम मेरा आह्वान।
बोलो जय श्री राम बोलो जय श्री राम।
आओ अवध बिहारी,लेके सीता सुकुमारी,
देदो दर्शन मेरे भगवान।है हमने सजाया नया मंदिर बनाया,अदभुत आभा का नाव निर्माण।बोलो जय श्री राम बोलो जय श्री राम।बोलो जय श्री राम बोलो जय श्री राम।।