तर्ज, चिट्ठी आई है आई है चिट्ठी आई है
राम जी आए हैं आए हैं राम जी आए हैं।राम जी आए हैं आए हैं राम जी आए हैं।राम जी आए हैं आए हैं राम जी आए हैं।राम जी आए हैं आए हैं राम जी आए हैं। बड़े दिनों के बाद, लखन सिया के साथ, कई युगों के बाद, लखन सिया के साथ, अवध के राजा आए हैं।राम जी आए हैं आए हैं राम जी आए हैं।राम जी आए हैं आए हैं राम जी आए हैं।
500 वर्षों से भी ज्यादा, राम ने तंबू में दिन काटा। खत्म हुई अब सारी बाधा, भवन में आ गए अवध के राजा। देख के राम की सूरत प्यारी, खुश है अयोध्या के नर नारी। होके मगन सब झूम रहे हैं, चरण प्रभु के चूम रहे हैं। हो रही नभ से, फूलों की अब बरसा, देवों का मन आज है हरसा।राम जी आए हैं आए हैं राम जी आए हैं।राम जी आए हैं आए हैं राम जी आए हैं।कई युगों के बाद, लखन सिया के साथ, अवध के राजा आए हैं।राम जी आए हैं आए हैं राम जी आए हैं।राम जी आए हैं आए हैं राम जी आए हैं।
सज के अयोध्या स्वर्ग सी लागे, अवधपुरी के भाग्य है जागे। छा रही है हर घर खुशहाली, लोग मना रहे हैं दिवाली। राम प्रभु का करके नजारा, इतरा रही है सरयू की धारा। खुशियों के आंसू नैनों से छलके, खुश है हनुमत राम से मिलके। हो रही सबकी अब हसरत पूरी, राम से मिलकर मिट गई दूरी।राम जी आए हैं आए हैं राम जी आए हैं।राम जी आए हैं आए हैं राम जी आए हैं।कई युगों के बाद, लखन सिया के साथ, अवध के राजा आए हैं।राम जी आए हैं आए हैं राम जी आए हैं।राम जी आए हैं आए हैं राम जी आए हैं।
आज जो मंदिर है बन पाया, इसके लिए अपनों को गवाया। लाठी गोलियां कितनों ने खाई ,कई भक्तों ने जान गवाई। फिर भी संतों ने हिम्मत ना हारी, करते रहे प्रयास वो भारी। राम ने की फिर ऐसी माया, मंदिर के हक में फैसला आया। हो रही 22 को अब प्राण प्रतिष्ठा है। सब भक्तों को है इसकी प्रतिक्षा।राम जी आए हैं आए हैं राम जी आए हैं।राम जी आए हैं आए हैं राम जी आए हैं।कई युगों के बाद, लखन सिया के साथ, अवध के राजा आए हैं।राम जी आए हैं आए हैं राम जी आए हैं।राम जी आए हैं आए हैं राम जी आए हैं।
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