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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Dukho se Jo thokar khayi na hoti lyrics,दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,krishna bhajan

दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,

दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,दुखों से जो ठोकर खाई ना होती, तुम्हारी प्रभु याद आई ना होती।दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,

कभी जिंदगी में यह आंखें ना खुलती।कभी जिंदगी में यह आंखें ना खुलती।कभी जिंदगी में यह आंखें ना खुलती।कभी जिंदगी में यह आंखें ना खुलती। अगर रोशनी तुमसे आई न होती।दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,दुखों से जो ठोकर खाई ना होती।तुम्हारी प्रभु याद आई ना होती।दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,

जगाते ना यदि तुम निज ज्ञान द्वारा।जगाते ना यदि तुम निज ज्ञान द्वारा।जगाते ना यदि तुम निज ज्ञान द्वारा।जगाते ना यदि तुम निज ज्ञान द्वारा। कभी हमसे कोई भलाई ना होती।दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,तुम्हारी प्रभु याद आई ना होती।दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,

कभी भी हमें चैन मिलती न जग में।कभी भी हमें चैन मिलती न जग में।कभी भी हमें चैन मिलती न जग में।कभी भी हमें चैन मिलती न जग में। तुम ही ने जो चिंता मिटाई ना होती।दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,तुम्हारी प्रभु याद आई ना होती।दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,

बनी तुमसे लाखों की, यह हम मानते क्यों।बनी तुमसे लाखों की, यह हम मानते क्यों।बनी तुमसे लाखों की, यह हम मानते क्यों।बनी तुमसे लाखों की, यह हम मानते क्यों। हमारी जो बिगड़ी बनाई ना होती।दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,तुम्हारी प्रभु याद आई ना होती।दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,

पथिक से पतित की, भला कौन सुनता।पथिक से पतित की, भला कौन सुनता।पथिक से पतित की, भला कौन सुनता।पथिक से पतित की, भला कौन सुनता। तुम्हारे यहां जो सुनाई ना होती।दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,तुम्हारी प्रभु याद आई ना होती।दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,

दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,दुखों से जो ठोकर खाई ना होती, तुम्हारी प्रभु याद आई ना होती।दुखों से जो ठोकर खाई ना होती,

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