चौखट पे बाबा तेरी में आज खड़ा रे। बनके भिखारी मैं तो तेरे द्वार पड़ा रे। द्वार पड़ा रे मैं तो द्वार पड़ा रे।चौखट पे बाबा तेरी में आज खड़ा रे।चौखट पे बाबा तेरी में आज खड़ा रे।
विनती मेरी बाबा तु क्यों बिसरावे। भगत खड़ा है दर पे तेरे क्यों देर लगावे।विनती मेरी बाबा तु क्यों बिसरावे। भगत खड़ा है दर पे तेरे क्यों देर लगावे। जीवन है सोपा तुमको कोई न सहारा रे।चौखट पे बाबा तेरी में आज खड़ा रे।चौखट पे बाबा तेरी में आज खड़ा रे।
तन की बाधा मैं बोलूं किसको सुनाऊं। तू ना सुने तो बाबा फिर , किसी दर में जाऊं।तन की बाधा मैं बोलूं किसको सुनाऊं। तू ना सुने तो बाबा फिर , किसी दर में जाऊं। किस्मत की रेखा बाबा तू ही बनाए रे।चौखट पे बाबा तेरी में आज खड़ा रे।चौखट पे बाबा तेरी में आज खड़ा रे।
बिगड़ी हुई को बाबा तू ही संभाले। बिखरा जीवन मेरा है तू ही सवारे।बिगड़ी हुई को बाबा तू ही संभाले। बिखरा जीवन मेरा है तू ही सवारे। सरल की सांस बाबा तू ही चलाई रे।चौखट पे बाबा तेरी में आज खड़ा रे।चौखट पे बाबा तेरी में आज खड़ा रे।
चौखट पे बाबा तेरी में आज खड़ा रे। बनके भिखारी मैं तो तेरे द्वार पड़ा रे। द्वार पड़ा रे मैं तो द्वार पड़ा रे।चौखट पे बाबा तेरी में आज खड़ा रे।चौखट पे बाबा तेरी में आज खड़ा रे।