देखा है सो सो बार दर्शन करते-करते। नैनो से नैन मिले, आंसू ये छलक पड़ते।देखा है सो सो बार दर्शन करते-करते। नैनो से नैन मिले, आंसू ये छलक पड़ते।नैनो से नैन मिले, आंसू ये छलक पड़ते।
मैं सोच के जाता हूं अर्जी यह लगाऊंगा। मन की सारी बातें बाबा को बताऊंगा।मैं सोच के जाता हूं अर्जी यह लगाऊंगा। मन की सारी बातें बाबा को बताऊंगा। कई सपने बुने मैंने पैदल चलते-चलते।नैनो से नैन मिले, आंसू ये छलक पड़ते।नैनो से नैन मिले, आंसू ये छलक पड़ते।देखा है सो सो बार दर्शन करते-करते। नैनो से नैन मिले, आंसू ये छलक पड़ते।
कभी खुद को मैं देखता हूं, कभी देखूं दानी को। निज हाथों से पोंछा मेरी अंखियों के पानी को।कभी खुद को मैं देखता हूं, कभी देखूं दानी को। निज हाथों से पोंछा मेरी अंखियों के पानी को। अखियां अब भी बरसे पर बदला भाव मेरा। जब से खाटू आया, खाटू वाला बना मेरा। अपने ना बने अपने, इसने पकड़ा हाथ मेरा।जब से खाटू आया, खाटू वाला बना मेरा।
दर्शन करके जब मैं , दर से बाहर आता। तेरे सामने बाबा क्यों कुछ बोल नहीं पाता।दर्शन करके जब मैं , दर से बाहर आता। तेरे सामने बाबा क्यों कुछ बोल नहीं पाता। बिन अर्जी बताएं ही आगे बढ़ते रहते।नैनो से नैन मिले, आंसू ये छलक पड़ते।देखा है सो सो बार दर्शन करते-करते। नैनो से नैन मिले, आंसू ये छलक पड़ते।
दर्शन पाकर भी मैं बाबा नाकाम हुआ। घर आने से पहले पूरा हर काम हुआ।दर्शन पाकर भी मैं बाबा नाकाम हुआ। घर आने से पहले पूरा हर काम हुआ। कहीं श्याम बिना बोले सबकी झोली भरते।नैनो से नैन मिले, आंसू ये छलक पड़ते।देखा है सो सो बार दर्शन करते-करते। नैनो से नैन मिले, आंसू ये छलक पड़ते।
देखा है सो सो बार दर्शन करते-करते। नैनो से नैन मिले, आंसू ये छलक पड़ते।देखा है सो सो बार दर्शन करते-करते। नैनो से नैन मिले, आंसू ये छलक पड़ते।नैनो से नैन मिले, आंसू ये छलक पड़ते।