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श्याम भजन लिरिक्स

Nagri ho khatu si,नगरी हो खाटू सी मेरा आना जाना हो,shyam bhajan

नगरी हो खाटू सी मेरा आना जाना हो,

नगरी हो खाटू सी मेरा आना जाना हो। श्याम के चरणों में बस मेरा ठिकाना हो।नगरी हो खाटू सी मेरा आना जाना हो। श्याम के चरणों में बस मेरा ठिकाना हो।श्याम के चरणों में बस मेरा ठिकाना हो।श्याम के चरणों में बस मेरा ठिकाना हो।

खाटू के गले का हार, सुंदर सा यह तोरण द्वार।खाटू के गले का हार, सुंदर सा यह तोरण द्वार। लहराती श्याम ध्वजा गंजे यहां जय जयकार।नगरी हो खाटू सी मेरा आना जाना हो। श्याम के चरणों में बस मेरा ठिकाना हो।नगरी हो खाटू सी मेरा आना जाना हो।

यहां श्याम कुंड का जल, बड़ा पावन है निर्मल।यहां श्याम कुंड का जल, बड़ा पावन है निर्मल।कष्टों से मुक्ति दे,करे तन मन को शीतल।नगरी हो खाटू सी मेरा आना जाना हो। श्याम के चरणों में बस मेरा ठिकाना हो।नगरी हो खाटू सी मेरा आना जाना हो।

है श्याम बगीची यहां खिले प्यार के फूल जहां।है श्याम बगीची यहां खिले प्यार के फूल जहां। जो बात है खाटू में वह बोलो मिलती कहां।नगरी हो खाटू सी मेरा आना जाना हो। श्याम के चरणों में बस मेरा ठिकाना हो।नगरी हो खाटू सी मेरा आना जाना हो।

खाटू के नजारे को कुदरत ने संवारा है।खाटू के नजारे को कुदरत ने संवारा है। कुंदन लक्खा को यह प्राणों से प्यारा है।नगरी हो खाटू सी मेरा आना जाना हो। श्याम के चरणों में बस मेरा ठिकाना हो।नगरी हो खाटू सी मेरा आना जाना हो।

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