पांव में घुंघरू श्याम श्याम जपू हाथ में ले खड़ताल। नाचूंगी मैं जम के आज ले श्री श्याम का नाम।नाचूंगी मैं जम के आज ले श्री श्याम का नाम।
धरती अंबर चांद और तारे हुए हैं मस्ताने। कौन सी लीला करेंगे अब यह कोई भी न जाने।धरती अंबर चांद और तारे हुए हैं मस्ताने। कौन सी लीला करेंगे अब यह कोई भी न जाने। देखो कितना प्यारा लगे करते जो यह कमाल।नाचूंगी मैं जम के आज ले श्री श्याम का नाम।नाचूंगी मैं जम के आज ले श्री श्याम का नाम।
इनके ढंग है न्यारे देखो कहता जग ये सारा।इनका सोहना रूप ये देखो लागे कितना प्यारा।इनके ढंग है न्यारे देखो कहता जग ये सारा।इनका सोहना रूप ये देखो लागे कितना प्यारा।धुन में होकर में मतवाली मेरे पालनहार।नाचूंगी मैं जम के आज ले श्री श्याम का नाम।नाचूंगी मैं जम के आज ले श्री श्याम का नाम।
नाच मेरा आज देख के प्रभु मन ही मन मुस्काए।छू रही है प्रेम की वर्षा अंखियां भर भर आए।नाच मेरा आज देख के प्रभु मन ही मन मुस्काए।छू रही है प्रेम की वर्षा अंखियां भर भर आए।शरण में आजा शर्मा इनकी होना चाहे भव पार।नाचूंगी मैं जम के आज ले श्री श्याम का नाम।नाचूंगी मैं जम के आज ले श्री श्याम का नाम।
पांव में घुंघरू श्याम श्याम जपू हाथ में ले खड़ताल। नाचूंगी मैं जम के आज ले श्री श्याम का नाम।नाचूंगी मैं जम के आज ले श्री श्याम का नाम।