कोई द्वारका जाओ तो महासू मिलता जाजो जी।मिलता जाजो जी,संदेशों लेता जाजों जी।म्हारे कान्हा की माखन की मटकी लेता जाज्यो जी।
और नाम जानू नहीं रे कवे माखन चोर। लला ने कवे माखन चोर। जय द्वारका नाम बदलियो अब कवे रणछोड़। लाल ने यूं बतलाजो जी।कोई द्वारका जाओ तो महासू मिलता जाजो जी।कोई द्वारका जाओ तो महासू मिलता जाजो जी।मिलता जाजो जी,संदेशों लेता जाजों जी।म्हारे कान्हा की माखन की मटकी लेता जाज्यो जी।म्हारे कान्हा की माखन की मटकी लेता जाज्यो जी।
प्रेम पुत्र के कारण जी माखन दियो जमाई। लला ने माखन दियो जमाई।एक जामड़ी दही जमायो लाई मिसरी घोल, लैला ने जाय पिला ज्यो जी।कोई द्वारका जाओ तो महासू मिलता जाजो जी।कोई द्वारका जाओ तो महासू मिलता जाजो जी।मिलता जाजो जी,संदेशों लेता जाजों जी।म्हारे कान्हा की माखन की मटकी लेता जाज्यो जी।म्हारे कान्हा की माखन की मटकी लेता जाज्यो जी।
शीतल जल जमुना को छोडियो खारा जल सु नहाव। ओ कान्हा खारा जल सु नहाव। माखन का लाल पडा रे भोग भात को खाए। लाल ने यू समझाजो जी।कोई द्वारका जाओ तो महासू मिलता जाजो जी।कोई द्वारका जाओ तो महासू मिलता जाजो जी।मिलता जाजो जी,संदेशों लेता जाजों जी।म्हारे कान्हा की माखन की मटकी लेता जाज्यो जी।म्हारे कान्हा की माखन की मटकी लेता जाज्यो जी।
व्रज सूना बृजवासी सुना सुनी यशोदा मात। गाय और बछड़ा सारा सुना, गाय घांस नहीं खाय,कान्हा ने यू समझाजो जी।कोई द्वारका जाओ तो महासू मिलता जाजो जी।कोई द्वारका जाओ तो महासू मिलता जाजो जी।मिलता जाजो जी,संदेशों लेता जाजों जी।म्हारे कान्हा की माखन की मटकी लेता जाज्यो जी।म्हारे कान्हा की माखन की मटकी लेता जाज्यो जी।
चंद्र सखी मोहन का मिलना होवे ना बारंबार। ओ कान्हा होवे ना बारंबार। नंद बाबा बुढ़ा होया रे आए चरा जो गाय। थे तो बेगा आजो सा।कोई द्वारका जाओ तो महासू मिलता जाजो जी।कोई द्वारका जाओ तो महासू मिलता जाजो जी।मिलता जाजो जी,संदेशों लेता जाजों जी।म्हारे कान्हा की माखन की मटकी लेता जाज्यो जी।म्हारे कान्हा की माखन की मटकी लेता जाज्यो जी।
कोई द्वारका जाओ तो महासू मिलता जाजो जी।मिलता जाजो जी,संदेशों लेता जाजों जी।म्हारे कान्हा की माखन की मटकी लेता जाज्यो जी।