ससुराल छोड़कर मत जाना मायके में गुजर नहीं होती है।ससुराल छोड़कर मत जाना मायके में गुजर नहीं होती है।
जब जिठनी ताने सुनाती है तो वह भी सहन हो जाती है। जब भाभी ताने सुनाती है तो वह दिल को लग जाती है। दो दिन ज्यादा जो रुक जाओ भाभी को पसंद नहीं आता है।ससुराल छोड़कर मत जाना मायके में गुजर नहीं होती है।
जब सासू काम कराती है तो वह भी सहन हो जाता है, जब मम्मी काम कराती है तो वह दिल को लग जाती है, कोई चीज हाथ से टूटे तो मम्मीको पसंद नहीं आता है ।ससुराल छोड़कर मत जाना मायके में गुजर नहीं होती है।
जब देवर आंखें दिखाता है तो वह भी सहन हो जाता है, जब भैया आंखें दिखाता है तो वह दिल को लग जाती है, भाभी को कुछ जो कह दो तो भैया को पसंद नहीं आता है।ससुराल छोड़कर मत जाना मायके में गुजर नहीं होती है।ससुराल छोड़कर मत जाना मायके में गुजर नहीं होती है।
ससुराल छोड़कर मत जाना मायके में गुजर नहीं होती है।ससुराल छोड़कर मत जाना मायके में गुजर नहीं होती है।