तेरे भरोसे श्याम तेरे आंगन में आया हूं। मैं तो अकेला आया नहीं भक्तों संग आया हूं।तेरे भरोसे श्याम तेरे आंगन में आया हूं।तेरे भरोसे श्याम तेरे आंगन में आया हूं।
श्याम धनी तेरी मोर छड़ी सबकी बिगड़ी को बनाता है। जो भी तेरे दर पर आए मुंह मांगा बर पाता है।श्याम धनी तेरी मोर छड़ी सबकी बिगड़ी को बनाता है। जो भी तेरे दर पर आए मुंह मांगा बर पाता है। हारे का सहारा मेरा श्याम तू प्यारा ,सबको मैं बतलाया हूं।तेरे भरोसे श्याम तेरे आंगन में आया हूं।तेरे भरोसे श्याम तेरे आंगन में आया हूं।
बड़ी उम्मीद से मेरे बाबा तेरे दर पर आया हूं। तेरे बिना कोई और नहीं मैं तुझ पर ध्यान लगाया हूं।बड़ी उम्मीद से मेरे बाबा तेरे दर पर आया हूं। तेरे बिना कोई और नहीं मैं तुझ पर ध्यान लगाया हूं। भूखे को भोजन भटके को रास्ता, बिछड़े को मिलाने वाले यह तो सुनते-सुनते आया हूं।तेरे भरोसे श्याम तेरे आंगन में आया हूं।तेरे भरोसे श्याम तेरे आंगन में आया हूं।
तेरी महिमा अजब निराली सारे लोग बताएं। जिसको जितना मालूम बाबा उतनी बात बताएं।तेरी महिमा अजब निराली सारे लोग बताएं। जिसको जितना मालूम बाबा उतनी बात बताएं। मैं तो तेरा नया भगत हूं दर पर शीश झुकाया हूं।तेरे भरोसे श्याम तेरे आंगन में आया हूं।तेरे भरोसे श्याम तेरे आंगन में आया हूं।
तेरे भरोसे श्याम तेरे आंगन में आया हूं। मैं तो अकेला आया नहीं भक्तों संग आया हूं।तेरे भरोसे श्याम तेरे आंगन में आया हूं।तेरे भरोसे श्याम तेरे आंगन में आया हूं।