श्यामा लागी लगन है तेरे नाम कि
ऐसी लागी लगन है तेरे नाम कि
कोई पागल बुलाये तो मैं क्या करू।
हो ऐसी लागी लगन है तेरे नाम कि
कोई पागल बुलाये तो मैं क्या करू,
कभी राम बनके कभी श्याम बनके चले आना खाटू जी चले आना।कभी राम बनके कभी श्याम बनके चले आना खाटू जी चले आना।
शीश का दानी तेरा शीश हमको प्यारा है। हारने देगा ना तु हारे का सहारा है।हारने देगा ना तु हारे का सहारा है। हाथ जो खाटू वाले थाम लिया डर कैसा। तेरे हैं हम तू बाबा श्याम बस हमारा है। जबसे बाबा मेरे दिल को तुम भा गया। कोई मुझको ना भाये तो मैं क्या करूं।ऐसी लागी लगन है तेरे नाम कि
कोई पागल बुलाये तो मैं क्या करू।श्यामा लागी लगन है तेरे नाम कि।कोई पागल बुलाये तो मैं क्या करू।
तेरे दर पर जाकर बनते मेरे सब काम है। तुझ में ही दिखते मुझको कान्हा और राम है।तुझ में ही दिखते मुझको कान्हा और राम है। नजर मेरे श्याम की पड़ी मुझ पर इस कदर। तेरे ही गुण गाता शेखर सुबह शाम है। देखकर तुझको मुझको हां चैन आ गया। कोई बेचैन रहता तो मैं क्या करूं।ऐसी लागी लगन है तेरे नाम कि
कोई पागल बुलाये तो मैं क्या करू।श्यामा लागी लगन है तेरे नाम कि।कोई पागल बुलाये तो मैं क्या करू।ऐसी लागी लगन है तेरे नाम कि
कोई पागल बुलाये तो मैं क्या करू।कोई पागल बुलाये तो मैं क्या करू।कोई पागल बुलाये तो मैं क्या करू।कोई पागल बुलाये तो मैं क्या करू।श्यामा लागी लगन है तेरे नाम कि।