तर्ज, झुमका गिरा रे झुमका गिरा रे
मुझे मस्ती चढ़ गई रे सांवरिया तेरे नाम की।मुझे मस्ती चढ़ गई रे सांवरिया तेरे नाम की।मुझे मस्ती चढ़ गई रे,मुझे मस्ती चढ़ गई रे,मुझे मस्ती चढ़ गई रे सांवरिया तेरे नाम की।मुझे मस्ती चढ़ गई रे सांवरिया तेरे नाम की।
हमने तेरे रंग में बाबा खुद को रंग लिया है। दुनिया से बेगाने होकर तेरा संग लिया है।हमने तेरे रंग में बाबा खुद को रंग लिया है। दुनिया से बेगाने होकर तेरा संग लिया है। तु हमको है सबसे प्यारा अब यह जान लिया है। अपने जीवन का मालिक पर तुझको मान लिया है।तुझको मान लिया है। अब परवाह न कोई हमको अपने अंजाम की।मुझे मस्ती चढ़ गई रे सांवरिया तेरे नाम की।मुझे मस्ती चढ़ गई रे सांवरिया तेरे नाम की।
बार-बार तुझसे मिलने के करते रहे बहाने। एक झलक को तरसते रहते बाबा तेरे दीवाने।बार-बार तुझसे मिलने के करते रहे बहाने। एक झलक को तरसते रहते बाबा तेरे दीवाने। तुमसा ना दातार है कोई सारी दुनिया जाने। हम तेरे बालक हैं बाबा तू माने या ना माने।तू माने या ना माने। मुझे खींच ले आती है यह माटी तेरे धाम की।मुझे मस्ती चढ़ गई रे सांवरिया तेरे नाम की।मुझे मस्ती चढ़ गई रे सांवरिया तेरे नाम की।
हम जैसे कितनों की तू बाबा मौज करावे। थोड़ा मांगे ज्यादा दे तू खाली ना लौटावे।हम जैसे कितनों की तू बाबा मौज करावे। थोड़ा मांगे ज्यादा दे तू खाली ना लौटावे। तेरी महिमा भारी बाबा हमसे कहीं न जावे। तु उस पर मिट जावे बाबा जो तुझ पर लूट जावे।जो तुझ पर लूट जावे। तेरी चौखट रहती है बस बाबा म्हारे काम की।मुझे मस्ती चढ़ गई रे सांवरिया तेरे नाम की।मुझे मस्ती चढ़ गई रे सांवरिया तेरे नाम की।
मुझे मस्ती चढ़ गई रे सांवरिया तेरे नाम की।मुझे मस्ती चढ़ गई रे सांवरिया तेरे नाम की।मुझे मस्ती चढ़ गई रे,मुझे मस्ती चढ़ गई रे,मुझे मस्ती चढ़ गई रे सांवरिया तेरे नाम की।मुझे मस्ती चढ़ गई रे सांवरिया तेरे नाम की।