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श्याम भजन लिरिक्स

Shyam Ki Bhakti Se Nata by vijay rajput,हारे के सहारे बाबा तेरी भक्ति से मेरा नाता,shyam bhajan

हारे के सहारे बाबा तेरी भक्ति से मेरा नाता

कलयुग में डंका बाजे खाटू में धाम बनाया। हारे के सहारे बाबा हारे के। हारे के सहारे बाबा तेरी भक्ति से मेरा नाता। ओ नाता मैं तुझ बिन बिल्कुल हूं आधा।

मेरे कुछ भी पास नहीं है, जो तुझको आज चढ़ाऊ। मैं दुःख दर्दों का मारा चौखट पर निर बहाऊं। जो तेरे द्वार पर आता ,कभी खाली हाथ ना जाता। सब संकट दूर तू करता, तू सब का पालन करता। तेरे द्वार पर शीश झुकाऊ, तुझ बिन कुछ भी नहीं भाता। बाबा तेरी भक्ति से मेरा नाता हो।

तेरा बाण न जाए खाली ,बिन लड़े ही धरती हाली।पीपल को छेद कर डाला, खुश हुआ वह मुरली वाला। तूने शीश दान में देकर और श्याम नाम वर पाया। कलयुग में डंका बाजे खाटू में धाम बनाया। तू झोली सबकी भरता तू झोली। तू झोली सबकी भरता ओ बाबा द्वार तेरे आता।बाबा तेरी भक्ति से मेरा नाता हो

विजय राजपूत को बाबा चरणों का दास बना ले। दुनिया ने है ठुकराया अब हो गया तेरे हवाले। मैं तुझको भूल ना पाऊं चरणों में जीवन बिताऊ। मुझे नौकर तेरा बना ले बस यही अर्जी लगाऊं। सुनील शर्मा भी भजता सुनील भी। तेरे बिन पता नहीं हिलता। हिलता तेरी भक्ति से मेरा नाता हो।

कलयुग में डंका बाजे खाटू में धाम बनाया। हारे के सहारे बाबा हारे के। हारे के सहारे बाबा तेरी भक्ति से मेरा नाता। ओ नाता मैं तुझ बिन बिल्कुल हूं आधा।

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