मेरे श्याम तुझे अपने दिल की ,अभी बात बताना बाकी है। तूने साथ निभाया है सबका, मेरा साथ निभाना बाकी है।मेरे श्याम तुझे अपने दिल की।
किस-किस ने दिल पर चोट करी, किस-किस ने मुझे रुलाया है। मैंने उनके बारे में तुझको, अभी श्याम नहीं बतलाया है।किस-किस ने दिल पर चोट करी, किस-किस ने मुझे रुलाया है। मैंने उनके बारे में तुझको, अभी श्याम नहीं बतलाया है। मेरे आंसू देखे हैं तुमने अभी जख्म दिखाना बाकी है।तूने साथ निभाया है सबका, मेरा साथ निभाना बाकी है।मेरे श्याम तुझे अपने दिल की।
जो तुझसे मांग कर खाते हैं, वह मुझ पर रोब जमाते हैं। जिनकी कोई औकात नहीं, वह खुद को सेठ बताते है।जो तुझसे मांग कर खाते हैं, वह मुझ पर रोब जमाते हैं। जिनकी कोई औकात नहीं, वह खुद को सेठ बताते है। ऐसे चेहरे के चेहरे से अभी पर्दा हटाना बाकी है।तूने साथ निभाया है सबका, मेरा साथ निभाना बाकी है।मेरे श्याम तुझे अपने दिल की
तु सब पर कृपा करता है, तू सब की झोली भरता है। अपनी दया से दूर-दूर लेकिन मुझको क्यों रखता है।तु सब पर कृपा करता है, तू सब की झोली भरता है। अपनी दया से दूर-दूर लेकिन मुझको क्यों रखता है। क्या शर्मा को बाबा बतला अभी और सताना बाकी है।तूने साथ निभाया है सबका, मेरा साथ निभाना बाकी है।मेरे श्याम तुझे अपने दिल की।
मेरे श्याम तुझे अपने दिल की ,अभी बात बताना बाकी है। तूने साथ निभाया है सबका, मेरा साथ निभाना बाकी है।मेरे श्याम तुझे अपने दिल की।