दिल की बातें दिल ही जाने या तु बाबा जाने। हां देख के चेहरा दर्द दिलों का, एक तू ही पहचाने। तेरे होते कब तक ठोकर दर-दर कि मैं खाऊं। हाले दिल सब तुझको पता है मैं क्या-क्या समझाऊं। ओ खाटू वाले सांवरिया ,है तू तो मेरा मन बसिया।ओ खाटू वाले सांवरिया ,है तू तो मेरा मन बसिया।
भीड़ भरी इस दुनिया में, मैंने खुद को तन्हा पाया। अच्छे वक्त की सोचते सभी है दौर ही ऐसा आया।भीड़ भरी इस दुनिया में, मैंने खुद को तन्हा पाया। अच्छे वक्त की सोचते सभी है दौर ही ऐसा आया।दौर ही ऐसा आया। बिन मतलब के एक तू ही, दिल से रिश्तों को निभाए। आवाज जो भक्त लगाए तू दौड़ा-दौड़ा आए।ओ खाटू वाले सांवरिया ,है तू तो मेरा मन बसिया।ओ खाटू वाले सांवरिया ,है तू तो मेरा मन बसिया।
मैं तो अपना सब कुछ बाबा तुमको ही बस मानूं। तू है मेरा मैं हूं तेरी मैं तो इतना जानू।मैं तो अपना सब कुछ बाबा तुमको ही बस मानूं। तू है मेरा मैं हूं तेरी मैं तो इतना जानू।मैं तो इतना जानू। अब इस दुनिया की बाबा परवाह नहीं है मुझको। मैं जब से अपना मलिक अब मान लिया है तुझको।ओ खाटू वाले सांवरिया ,है तू तो मेरा मन बसिया।ओ खाटू वाले सांवरिया ,है तू तो मेरा मन बसिया।
जीवन की इस दुश्वारी में दिल यह चैन ना पाए। तेरे हाथ में डोर है मेरी लाज न जाने पाए।जीवन की इस दुश्वारी में दिल यह चैन ना पाए। तेरे हाथ में डोर है मेरी लाज न जाने पाए।लाज न जाने पाए। गिन्नी को तेरा भरोसा दूजा ना कोई सहारा। कुंदन यह कहता हकसे यह श्याम है हमारा।ओ खाटू वाले सांवरिया ,है तू तो मेरा मन बसिया।ओ खाटू वाले सांवरिया ,है तू तो मेरा मन बसिया।
दिल की बातें दिल ही जाने या तु बाबा जाने। हां देख के चेहरा दर्द दिलों का, एक तू ही पहचाने। तेरे होते कब तक ठोकर दर-दर कि मैं खाऊं। हाले दिल सब तुझको पता है मैं क्या-क्या समझाऊं। ओ खाटू वाले सांवरिया ,है तू तो मेरा मन बसिया।ओ खाटू वाले सांवरिया ,है तू तो मेरा मन बसिया।