तेरी ममता मई रूप की मां, एक मूरत सजाई है।तेरी ममता मई रूप की मां एक मूरत सजाई है। हर घड़ी दिल में रहती जो मैया वह सूरत सजाई है।तेरी ममता मई रूप की मां एक मूरत सजाई है।
मुझको तेरी दया की नजर है मिली, आने वाली है मां तू खबर है मिली।मुझको तेरी दया की नजर है मिली, आने वाली है मां तू खबर है मिली। तेरे स्वागत में ए मेरी मैया मैंने पलके बिछाई है।तेरी ममता मई रूप की मां एक मूरत सजाई है।तेरी ममता मई रूप की मां एक मूरत सजाई है।
तुमको पहचान लूंगा तेरा लाल हूं, करने को तेरा दीदार में बेहाल हूं।तुमको पहचान लूंगा तेरा लाल हूं, करने को तेरा दीदार में बेहाल हूं। करते-करते तेरा इंतजार मां कई रातें बिताई है।तेरी ममता मई रूप की मां एक मूरत सजाई है।तेरी ममता मई रूप की मां एक मूरत सजाई है।
मां सोनू लक्खा करे विनती वरदान दो, तेरे गुण गा सकूं मां मुझे ज्ञान दो।मां सोनू लक्खा करे विनती वरदान दो, तेरे गुण गा सकूं मां मुझे ज्ञान दो। सांस चरणों में कर दूंगा अर्पण मैं माला बनाई है।तेरी ममता मई रूप की मां एक मूरत सजाई है।तेरी ममता मई रूप की मां एक मूरत सजाई है।
तेरी ममता मई रूप की मां, एक मूरत सजाई है।तेरी ममता मई रूप की मां एक मूरत सजाई है। हर घड़ी दिल में रहती जो मैया वह सूरत सजाई है।तेरी ममता मई रूप की मां एक मूरत सजाई है।