बेगा बेगा आईजो हो माताजी म्हारे आंगनिये। थोरी घणी करुला मनुहार,माताजी म्हारे आंगनिये।
चौक पुराऊं हो माता जी थारे उजलो।चौक पुराऊं हो माता जी थारे उजलो। थाणे नित नित लियूंला बताएं ,माताजी म्हारे आंगनिया।बेगा बेगा आईजो हो माताजी म्हारे आंगनिये। थोरी घणी करुला मनुहार,माताजी म्हारे आंगनिये।
फूल मंगाऊं हो माता जी थारे मोगरा।फूल मंगाऊं हो माता जी थारे मोगरा। थोर गुंथुला नवसर हार,माताजी म्हारे आंगनिये।बेगा बेगा आईजो हो माताजी म्हारे आंगनिये। थोरी घणी करुला मनुहार,माताजी म्हारे आंगनिये।
लापसी रंधाऊं हो माताजी थारे उजली।लापसी रंधाऊं हो माताजी थारे उजली। थोर नित नित भोग लगाऊं,माताजी म्हारे आंगनिये।बेगा बेगा आईजो हो माताजी म्हारे आंगनिये। थोरी घणी करुला मनुहार,माताजी म्हारे आंगनिये।
घी भर लाऊं ओ माताजी थारे बाटको।घी भर लाऊं ओ माताजी थारे बाटको। थोर जगमग जोत जगे,माताजी म्हारे आंगनिये।बेगा बेगा आईजो हो माताजी म्हारे आंगनिये। थोरी घणी करुला मनुहार,माताजी म्हारे आंगनिये।
इन कलियुग में हो माताजी थारो आसरो।इन कलियुग में हो माताजी थारो आसरो।कोई महिमा अपरंपार,माताजी म्हारे आंगनिये।बेगा बेगा आईजो हो माताजी म्हारे आंगनिये। थोरी घणी करुला मनुहार,माताजी म्हारे आंगनिये।