झोली अपनी पसारे खड़ा है गुलाम। मुझ पर कृपा करो मेरे खाटू के श्याम।मुझ पर कृपा करो मेरे खाटू के श्याम।झोली अपनी पसारे खड़ा है गुलाम। मुझ पर कृपा करो मेरे खाटू के श्याम।
तुम बड़े दानवीर और दयावान हो। निर्धनों को भी करते तुम धनवान हो।तुम बड़े दानवीर और दयावान हो। निर्धनों को भी करते तुम धनवान हो। इसलिए भक्त रटते हैं तेरा ही नाम।मुझ पर कृपा करो मेरे खाटू के श्याम।मुझ पर कृपा करो मेरे खाटू के श्याम।झोली अपनी पसारे खड़ा है गुलाम। मुझ पर कृपा करो मेरे खाटू के श्याम।
हारे का तुम सहारा हो श्याम जी ।दीन दुखियों को देते हो आराम जी।हारे का तुम सहारा हो श्याम जी ।दीन दुखियों को देते हो आराम जी।कष्ट भक्तों के हरते हो तुम ही तमाम।मुझ पर कृपा करो मेरे खाटू के श्याम।मुझ पर कृपा करो मेरे खाटू के श्याम।झोली अपनी पसारे खड़ा है गुलाम। मुझ पर कृपा करो मेरे खाटू के श्याम।
मीत पर श्याम जी किरपा इतनी करो,खाली झोली को बाबाजी इसकी भरो।मीत पर श्याम जी किरपा इतनी करो,खाली झोली को बाबाजी इसकी भरो।सर झुकाकर के करता हुं तुमको प्रणाम।मुझ पर कृपा करो मेरे खाटू के श्याम।मुझ पर कृपा करो मेरे खाटू के श्याम।झोली अपनी पसारे खड़ा है गुलाम। मुझ पर कृपा करो मेरे खाटू के श्याम।
झोली अपनी पसारे खड़ा है गुलाम। मुझ पर कृपा करो मेरे खाटू के श्याम।मुझ पर कृपा करो मेरे खाटू के श्याम।झोली अपनी पसारे खड़ा है गुलाम। मुझ पर कृपा करो मेरे खाटू के श्याम।