मन मोहन की बन के दीवानी मैं छम-२
नचदी फिरा,मैं छम-२
नचदी फिरा,ओद्दे प्रेम विच होयी मस्तानी
मैं छम-२ नचदी फिरा।मैं छम-२
नचदी फिरा,
हो गयी मैं प्रीतम दी कमली,लोकी मैनू
आखे पगली।हो गयी मैं प्रीतम दी कमली,लोकी मैनू आखे पगली।जदो वेखी मैं सूरत नूरानी
मैं छम-२ नचदी फिरा।मैं छम-२
नचदी फिरा,
जग विच मैनू कोई ना जचदा,हर वेले करा
श्याम दा सजदा।जग विच मैनू कोई ना जचदा,हर वेले करा श्याम दा सजदा।सारी दुनिया तो होयी मैं दीवानी मैं छम-२ नचदी फिरा।मैं छम-२
नचदी फिरा,
छड दीती सब रिश्तेदारी,ये दासी है बांके
दी प्यारी।छड दीती सब रिश्तेदारी,ये दासी है बांके दी प्यारी।ओदे नाल मेरी प्रीत पुरानी मैं छम-२ नचदी फिरा।मैं छम-२
नचदी फिरा,
मन मोहन की बन के दीवानी मैं छम-२
नचदी फिरा,मैं छम-२
नचदी फिरा,ओद्दे प्रेम विच होयी मस्तानी
मैं छम-२ नचदी फिरा।मैं छम-२
नचदी फिरा,