तर्ज, घर आजा परदेसी तेरी मेरी एक जिंदडी
उवारो मुझे सांवरिया संभालो मुझे सांवरिया ।उवारो मुझे सांवरिया।,संभालो मुझे सांवरिया
केसर चंदन तिलक विराजे मुकुट मनोहारी। मीठी मीठी मुस्कानों पर जाऊं बलिहारी।केसर चंदन तिलक विराजे मुकुट मनोहारी। मीठी मीठी मुस्कानों पर जाऊं बलिहारी। ओ हारे के साथी बाबा तीन बाण के धारी। चौखट पर बैठे हैं तेरी सुन लो अरज हमारी।उवारो मुझे सांवरिया संभालो मुझे सांवरिया ।उवारो मुझे सांवरिया।,संभालो मुझे सांवरिया
जब भी नैया डोली आया बनकर माझी तूं। चाल चली फिर तूफानो ने रख ली बाजी तूं।जब भी नैया डोली आया बनकर माझी तूं। चाल चली फिर तूफानो ने रख ली बाजी तूं। घटा चढ़ी घनघोर घर कड़कती बिजली बारी-बारी। एक भरोसा तू ही मेरा सांवरिया गिरधारी।उवारो मुझे सांवरिया संभालो मुझे सांवरिया ।उवारो मुझे सांवरिया।,संभालो मुझे सांवरिया
आस भरोसा तू ही मेरा और कहां जाऊं। बाबा कोई भूल हुई तो मैं माफी चाहूं।आस भरोसा तू ही मेरा और कहां जाऊं। बाबा कोई भूल हुई तो मैं माफी चाहूं। दिनों के दातार दयालू बैठे छांव तुम्हारी। तुम बिन कौन हमारो बाबा दुनिया मतलब गारी।उवारो मुझे सांवरिया संभालो मुझे सांवरिया ।उवारो मुझे सांवरिया।,संभालो मुझे सांवरिया।
चरण चाकरी तेरी करना अच्छा लगता है। लहरी से रूठो ना बाबा डर सा लगता है।चरण चाकरी तेरी करना अच्छा लगता है। लहरी से रूठो ना बाबा डर सा लगता है। भक्त सदा भगवान भरोसे रहता अर्ज गुजारी। तुम ना राखो लाज तो बाबा झूठी महिमा सारी।उवारो मुझे सांवरिया संभालो मुझे सांवरिया ।उवारो मुझे सांवरिया।,संभालो मुझे सांवरिया ।