तर्ज, यशोमती मैया से
गणपति गणेश जय जय गौरी के लाला। प्रथम मनाऊं तुम्हें दीन दयाला।गणपति गणेश जय जय गौरी के लाला। प्रथम मनाऊं तुम्हें दीन दयाला।प्रथम मनाऊं तुम्हें दीन दयाला।
शोभा तुम्हारी प्रभु जग से निराली। एकदंत दयावंत चारभुजा धारी।शोभा तुम्हारी प्रभु जग से निराली। एकदंत दयावंत चारभुजा धारी। सोहे गले में तेरे मोतियों की माला।प्रथम मनाऊं तुम्हें दीन दयाला।गणपति गणेश जय जय गौरी के लाला। प्रथम मनाऊं तुम्हें दीन दयाला।
महिमा अपार तेरी उमा के दुलारे। दुखियों के तुमने सब दुख है टारे।महिमा अपार तेरी उमा के दुलारे। दुखियों के तुमने सब दुख है टारे। तुमसा दयालु कोई देखा ना भाला।प्रथम मनाऊं तुम्हें दीन दयाला।गणपति गणेश जय जय गौरी के लाला। प्रथम मनाऊं तुम्हें दीन दयाला।
अष्ट सिद्धि नव निधि के हो दाता।सब देवों के भाग्य विधाता।अष्ट सिद्धि नव निधि के हो दाता।सब देवों के भाग्य विधाता। वाहन तुम्हारा मूषक सबसे निराला।प्रथम मनाऊं तुम्हें दीन दयाला।प्रथम मनाऊं तुम्हें दीन दयाला।गणपति गणेश जय जय गौरी के लाला। प्रथम मनाऊं तुम्हें दीन दयाला।
सेवक जन तेरे सब गुण गाए। मंदिर में जाकर सब शीश झुकाए।सेवक जन तेरे सब गुण गाए। मंदिर में जाकर सब शीश झुकाए। ज्ञान का जला दो दीपक कर दो उजाला।प्रथम मनाऊं तुम्हें दीन दयाला।गणपति गणेश जय जय गौरी के लाला। प्रथम मनाऊं तुम्हें दीन दयाला।
गणपति गणेश जय जय गौरी के लाला। प्रथम मनाऊं तुम्हें दीन दयाला।गणपति गणेश जय जय गौरी के लाला। प्रथम मनाऊं तुम्हें दीन दयाला।प्रथम मनाऊं तुम्हें दीन दयाला।