दरस बीना दो नैन तिसाए। शाम भई पर श्याम ना आये।दरस बीना दो नैन तिसाए। शाम भई पर श्याम ना आये।शाम भई पर श्याम ना आये।शाम भई पर श्याम ना आये।
युग बीते सखी रीते रीते ।ऐसे सजा दो हुवे वेप्रीते।युग बीते सखी रीते रीते ।ऐसे सजा दो हुवे वेप्रीते।एक रुत आए एक रुत जाए।शाम भई पर श्याम ना आये।शाम भई पर श्याम ना आये।
कह दे कोई रूठे पी को।कोस रही में अपने पी को।कह दे कोई रूठे पी को।कोस रही में अपने पी को।बैर पड़े तो धूनी रमाए।शाम भई पर श्याम ना आये।शाम भई पर श्याम ना आये।
दरस बीना दो नैन तिसाए। शाम भई पर श्याम ना आये।दरस बीना दो नैन तिसाए। शाम भई पर श्याम ना आये।शाम भई पर श्याम ना आये।शाम भई पर श्याम ना आये।