तर्ज, कन्हैया ले चल परली पार
कृष्ण ने लिना जब अवतार।कृष्ण ने लिना जब अवतार। हाथ हथकड़ी पायन बेड़ी ,खुल गए अजब किंवाड़।कृष्ण ने लिना जब अवतार।कृष्ण ने लिना जब अवतार।कृष्ण ने लिना जब अवतार।
रो रो कहे देवकी मैया। कितना प्यारा है मेरा छैया।रो रो कहे देवकी मैया। कितना प्यारा है मेरा छैया। मोटी मोटी अंखियां माथे मूकुटिया, घुंघराले है बाल।कृष्ण ने लिना जब अवतार।कृष्ण ने लिना जब अवतार।कृष्ण ने लिना जब अवतार।कृष्ण ने लिना जब अवतार।
ले वासुदेव चले गोकुल को। रोशन किया दूसरे कुल को।ले वासुदेव चले गोकुल को। रोशन किया दूसरे कुल को। कन्या को उठाया मोहन को सुलाया, चल दिनहै चुपचाप।कृष्ण ने लिना जब अवतार।कृष्ण ने लिना जब अवतार।कृष्ण ने लिना जब अवतार।
सारा गोकुल खुशी मनावे।यशोदा मां मन में हरसावे।सारा गोकुल खुशी मनावे।यशोदा मां मन में हरसावे। नंद बाबा तो बांट रहे है भर भर मोतियन थाल।कृष्ण ने लिना जब अवतार।कृष्ण ने लिना जब अवतार।कृष्ण ने लिना जब अवतार।
इधर देवकी बैठी रो रही, मेरी खाली गोदी हो गई।इधर देवकी बैठी रो रही, मेरी खाली गोदी हो गई। कन्या तक ना छोड़ी मेरी रह गई मैं लाचार।कृष्ण ने लिना जब अवतार।कृष्ण ने लिना जब अवतार।कृष्ण ने लिना जब अवतार।