तर्ज, मथुरा में खुली है दुकान
मेरा जन्म दिवस है आज राधे तुम क्या लोगी। जो भी दिलाओ तुम आज कान्हा में बो लूंगी।मेरा जन्म दिवस है आज राधे तुम क्या लोगी। जो भी दिलाओ तुम आज कान्हा में बो लूंगी।
क्या लोगी राधे क्या लोगी। जो तुम दिलाओगे वह लूंगी।मेरा जन्म दिवस है आज राधे तुम क्या लोगी। जो भी दिलाओ तुम आज कान्हा में बो लूंगी।
चांदी की तुम्हें पायल दिला दूं।चांदी की तुम्हें पायल दिला दूं। छन छन करे आवाज राधे तुम क्या लोगी। पायल तो मैं पहन कर आई। बिछिया दिला दो तुम आज मैं बिछिया लूंगी।मेरा जन्म दिवस है आज राधे तुम क्या लोगी। जो भी दिलाओ तुम आज कान्हा में बो लूंगी।
लाल लाल हरी हरी चूड़ियां दिला दूं।लाल लाल हरी हरी चूड़ियां दिला दूं। खन खन कर आवाज राधे तुम क्या लोगी। चूड़ी तो मैं पहन के आई। कंगना दिला दो तुम आज, आज कंगना लूंगी।मेरा जन्म दिवस है आज राधे तुम क्या लोगी। जो भी दिलाओ तुम आज कान्हा में बो लूंगी।
माथे की तुम्हें बिंदिया दिला दूं।माथे की तुम्हें बिंदिया दिला दूं। और सोने का ताज राधे तुम क्या लोगी। बिंदिया तो मैं लगा कर आई। गजरा दिला दो तुम आज, आज गजरा लूंगी।मेरा जन्म दिवस है आज राधे तुम क्या लोगी।जो भी दिलाओ तुम आज कान्हा में बो लूंगी।
महेंद्र भट्टी सुनो मेरी राधे। मेरे दिल पर तुम्हारा राज, राधे तुम क्या लोगी।जो भी दिलाओ तुम आज कान्हा में बो लूंगी।मेरा जन्म दिवस है आज राधे तुम क्या लोगी।जो भी दिलाओ तुम आज कान्हा में बो लूंगी।