बजे जब बंसी जमुना पार, तो सुनकर दौड़ी सब बृजनार। ऐसी बंसी वह बजाएं, कोई भी रुक ना पाए।कोई भी रुक ना पाए।बजे जब बंसी जमुना पार, तो सुनकर दौड़ी सब बृजनार।बजे जब बंसी जमुना पार, तो सुनकर दौड़ी सब बृजनार।
राधे संग सखियां ढूंढे बनवारी को। छुपा कहां है देखो मदन मुरारी को।राधे संग सखियां ढूंढे बनवारी को। छुपा कहां है देखो मदन मुरारी को। छेड़ के सबके मन के तार, जाए बैठो अमवा की डाल।जाए बैठो अमवा की डाल।बजे जब बंसी जमुना पार, तो सुनकर दौड़ी सब बृजनार।बजे जब बंसी जमुना पार, तो सुनकर दौड़ी सब बृजनार।
काहे कान्हा तू इतनो इठलावत है। हम सखियन को काहे बड़ा सतावत है।काहे कान्हा तू इतनो इठलावत है। हम सखियन को काहे बड़ा सतावत है। बुलाई के हमको जमुना पार, यह कितना नटखट मदन मुरार।बजे जब बंसी जमुना पार, तो सुनकर दौड़ी सब बृजनार।बजे जब बंसी जमुना पार, तो सुनकर दौड़ी सब बृजनार।
मन को धीरज हर कान्हा मुस्काए रहयो। करके तंग हमें अपनी सेन चलाएं रहयो।मन को धीरज हर कान्हा मुस्काए रहयो। करके तंग हमें अपनी सेन चलाएं रहयो। काहे हमें ऐसे रहयो निहार, मन में क्या चल रहयो विचार।बजे जब बंसी जमुना पार, तो सुनकर दौड़ी सब बृजनार।बजे जब बंसी जमुना पार, तो सुनकर दौड़ी सब बृजनार।
बजे जब बंसी जमुना पार, तो सुनकर दौड़ी सब बृजनार। ऐसी बंसी वह बजाएं, कोई भी रुक ना पाए।कोई भी रुक ना पाए।बजे जब बंसी जमुना पार, तो सुनकर दौड़ी सब बृजनार।बजे जब बंसी जमुना पार, तो सुनकर दौड़ी सब बृजनार।