नन्द यशोदा लाल,
प्यारो नन्द यशोदा लाल,
चलो नंद यशोदा के द्वार
बृज में प्रगटे हैं,
सारे जग के पालनहार।
धन्य हुई बृज भूमि सारी,
नाचे गोपी ग्वाल,
यशोमती मैया की गोदी में,
खेलें प्यारे लाल,
सब गाये मंगलाचार,
बृज में प्रगटे हैं,
सारे जग के पालनहार।
बाबा तो सर्वस्व लुटाएं,
नाचें गोपी ग्वाल,
यशोमती मैया की गोदी में,
खेले प्यारे लाल
घर घर में छाये बहार,
बृज में प्रगटे हैं,
सारे जग के पालनहार।
जग की चिंता छोड़,
चलो सब वृंदावन की ओर,
नीलमणि यहां सदा बिराजें,
जाएं ना बृज को छोड़
करो सब मिल जय जयकार,
बृज में प्रगटे हैं,
सारे जग के पालनहार।
नन्द यशोदा लाल,
प्यारो नन्द यशोदा लाल,
चलो नंद यशोदा के द्वार
बृज में प्रगटे हैं,
सारे जग के पालनहार।