आज द्वारिकानाथ मेरी विनती सुनो घनश्याम, हस्तिनापुर में तेरी बहन की लाज लुटे सरेआम, कन्हैया लाज बचा ले ओ मोहन मुरली वाले।कन्हैया लाज बचा ले ओ मोहन मुरली वाले।
आज गौरव पापियों ने भैया, इज्जत मेरी उजाड़ी, दुर्शासन अन्याई मेरी खींच रहा है साड़ी।आज गौरव पापियों ने भैया, इज्जत मेरी उजाड़ी, दुर्शासन अन्याई मेरी खींच रहा है साड़ी। कटु वचन ये बोले भैया, कर रहे बदनाम, हस्तिनापुर में तेरी बहन की लाज लुटे सरेआम,
कन्हैया लाज बचा ले, ओ मोहन मुरली वाले। कन्हैया लाज बचा ले ओ मोहन मुरली वाले।
सुन लो द्वारिका वासी ये भाई बहन का नाता, आज भरी सभा में मेरी कोई ना लाज बचाता।सुन लो द्वारिका वासी ये भाई बहन का नाता, आज भरी सभा में मेरी कोई ना लाज बचाता। मुझे बिठाए जांघो पर दुर्योधन नीचे हराम, हस्तिनापुर में तेरी बहन की लाज लुटे सरेआम, कन्हैया लाज बचा ले ओ मोहन मुरली वाले।कन्हैया लाज बचा ले ओ मोहन मुरली वाले।
त्रिलोकी तुम देखो टूटी धर्म मर्यादा, अब इंतजार ना होवे और मुझसे ज्यादा।त्रिलोकी तुम देखो टूटी धर्म मर्यादा, अब इंतजार ना होवे और मुझसे ज्यादा। हद हो गई है पार भैया, इज्जत हुई नीलाम, हस्तिनापुर में तेरी बहन की लाज लुटे सरेआम। कन्हैया लाज बचा ले ओ माहन मुल्ला वाले । कन्हैया लाज बचा ले ओ मोहन मुरली वाले।
तर्ज, स्वर्ग से सुंदर सपनों से प्यारा
आज द्वारिकानाथ मेरी विनती सुनो घनश्याम, हस्तिनापुर में तेरी बहन की लाज लुटे सरेआम, कन्हैया लाज बचा ले ओ मोहन मुरली वाले।कन्हैया लाज बचा ले ओ मोहन मुरली वाले।