मेरे बांके बिहारी को मैं मिलने वृंदावन आया।मेरे बांके बिहारी को मैं मिलने वृंदावन आया। लेकर फूलों के हार कितने साजो सिंगार, मैं तो होकर मगन आया।मेरे बांके बिहारी को मैं मिलने वृंदावन आया।
श्याम की मुझ पर जो नजर पड़ी है, लगता है मेरी भी कदर बड़ी है।श्याम की मुझ पर जो नजर पड़ी है, लगता है मेरी भी कदर बड़ी है। ऐसी लगी यह टूटे ना कभी भी, करने यह प्रण आया।मेरे बांके बिहारी को मैं मिलने वृंदावन आया।मेरे बांके बिहारी को मैं मिलने वृंदावन आया।
गोकुल की गलियों में लगा है मेला, काली कमली वाला मेरा सांवरा अलबेला।गोकुल की गलियों में लगा है मेला, काली कमली वाला मेरा सांवरा अलबेला। इस सांवरे सलोने को आज मैं करने नमन आया।मेरे बांके बिहारी को मैं मिलने वृंदावन आया।मेरे बांके बिहारी को मैं मिलने वृंदावन आया।
राधे राधे बोलूंगा मैं कृष्णा कृष्णा गाऊंगा। वृंदावन में नाचूंगा मैं रोशन हो जाऊंगा।राधे राधे बोलूंगा मैं कृष्णा कृष्णा गाऊंगा। वृंदावन में नाचूंगा मैं रोशन हो जाऊंगा। उनके श्री चरणों में सोप के मन तन धन आया।मेरे बांके बिहारी को मैं मिलने वृंदावन आया।मेरे बांके बिहारी को मैं मिलने वृंदावन आया।
मेरे बांके बिहारी को मैं मिलने वृंदावन आया।मेरे बांके बिहारी को मैं मिलने वृंदावन आया। लेकर फूलों के हार कितने साजो सिंगार, मैं तो होकर मगन आया।मेरे बांके बिहारी को मैं मिलने वृंदावन आया।