नैनन में श्याम समायगो,मोहे प्रेम को रोग लगायगो।४।
लूट जाऊंगी श्याम तेरी,लटकन पे।२।🌹 बिक जाऊंगी श्याम,तेरी मटकन पे।🌹🌹 मोरे कैल गरारे भाए गो,मोहे प्रेम को रोग लगायगो।
नैनन में श्याम समायगो,मोहे प्रेम को रोग लगायगो।
मर जाऊंगी कान्ह तेरी, अधरन पे।२।🌹🌹मिट जाऊंगी तेरे,नैनन पे।🌹🌹🌹🌹🌹वो तो तिरछी नजर चलाईगो।मोहे प्रेम को रोग लगायगो।
नैनन में श्याम समायगो,मोहे प्रेम को रोग लगायगो।
बलिहारी कुंवर तेरी,अलकन पे।२।🌹🌹तेरी बेसर के मोती छलकन पे।🌹🌹🌹सपने में कहां पकड़ाएगो।मोहे प्रेम को रोग लगायगो।
नैनन में श्याम समायगो,मोहे प्रेम को रोग लगायगो।
पागल को प्यारो नंदलाला।२।🌹🌹🌹🌹दीवाना भए जाके सब ग्वाला।🌹🌹🌹🌹वो तो मधुर मधुर मुस्कायिगो।मोहे प्रेम को रोग लगायगो।
नैनन में श्याम समायगो,मोहे प्रेम को रोग लगायगो।