तर्ज, जीजा जोबणिया जलेबी
बैठो बैठो री सहेली मोटर कार मे। आपा चाला मैया जी के दरबार में।बैठो बैठो री सहेली मोटर कार मे। आपा चाला मैया जी के दरबार में।बैठो बैठो री सहेली मोटर कार मे। आपा चाला मैया जी के दरबार में।
लाल चुनरी ध्वजा नारियल चूड़ी नई मांगाओ। धूप दीप नारियल धरो पूजा का थाल सजाओ।लाल चुनरी ध्वजा नारियल चूड़ी नई मांगाओ। धूप दीप नारियल धरो पूजा का थाल सजाओ। रोली मोली लेवांगा बिग बाजार में।आपा चाला मैया जी के दरबार में।बैठो बैठो री सहेली मोटर कार मे। आपा चाला मैया जी के दरबार में।बैठो बैठो री सहेली मोटर कार मे। आपा चाला मैया जी के दरबार में।
चैत्र मास में भक्तों ने मैया का भवन सजाया। जो भी दर्शन करते उनका होता मन का चाया।चैत्र मास में भक्तों ने मैया का भवन सजाया। जो भी दर्शन करते उनका होता मन का चाया। यात्री आवे रे भर भर के सारे प्यार में।आपा चाला मैया जी के दरबार में।बैठो बैठो री सहेली मोटर कार मे। आपा चाला मैया जी के दरबार में।बैठो बैठो री सहेली मोटर कार मे। आपा चाला मैया जी के दरबार में।
भूरे शेर पर चढ़कर बैठी अंबे माता भवानी। मोर पपैया कोयल भी यहां बोले मीठी वाणी।भूरे शेर पर चढ़कर बैठी अंबे माता भवानी। मोर पपैया कोयल भी यहां बोले मीठी वाणी। चमके लगे रे मैया के चंदन हार में।आपा चाला मैया जी के दरबार में।बैठो बैठो री सहेली मोटर कार मे। आपा चाला मैया जी के दरबार में।बैठो बैठो री सहेली मोटर कार मे। आपा चाला मैया जी के दरबार में।
जो भी करते पूजा मां की बरसे हीरे मोती। संजय जांगिड़ तू भी जला ले मां की मन से ज्योति।जो भी करते पूजा मां की बरसे हीरे मोती। संजय जांगिड़ तू भी जला ले मां की मन से ज्योति। पूजा होती मां की सारे संसार में।आपा चाला मैया जी के दरबार में।बैठो बैठो री सहेली मोटर कार मे। आपा चाला मैया जी के दरबार में।बैठो बैठो री सहेली मोटर कार मे। आपा चाला मैया जी के दरबार में।
बैठो बैठो री सहेली मोटर कार मे। आपा चाला मैया जी के दरबार में।बैठो बैठो री सहेली मोटर कार मे। आपा चाला मैया जी के दरबार में।बैठो बैठो री सहेली मोटर कार मे। आपा चाला मैया जी के दरबार में।