तर्ज, होलिया में उड़े रे गुलाल
लेकर चुनरिया लाल बीरो जी आया आंगनिए। बीरो जी आया आंगनीए बिरोसा आया आंगनिये। मायरे की चुनरी कमाल,बीरो जी आया आंगनिए।
पीहर का परिवार है आया, बाई का है मन हरसाया।पीहर का परिवार है आया, बाई का है मन हरसाया। मची है खूब धमाल,बीरो जी आया आंगनिए।लेकर चुनरिया लाल बीरो जी आया आंगनिए।लेकर चुनरिया लाल बीरो जी आया आंगनिए।
मायरे की चुनरी है प्यारी, देख रही है दुनिया सारी।मायरे की चुनरी है प्यारी, देख रही है दुनिया सारी। खूब सहरावे ससुराल,बीरो जी आया आंगनिए।लेकर चुनरिया लाल बीरो जी आया आंगनिए।लेकर चुनरिया लाल बीरो जी आया आंगनिए।
सौरभ मधुकर लाया मायरा, भात भरने आया सांवरा।सौरभ मधुकर लाया मायरा, भात भरने आया सांवरा। बनकर कृष्ण गोपाल,बीरो जी आया आंगनिए।लेकर चुनरिया लाल बीरो जी आया आंगनिए।लेकर चुनरिया लाल बीरो जी आया आंगनिए।