गढ गोकुल से गुजरी आई,की कानजी ने ट्लो दे गई रे।में वारी जाऊं,कानजी ने ट्लो दे गई रे।
उमना ने धूमना कान्हा घर में पधारिया। जाए पोड़या रे उंडा ओबरिए,में वारी जाऊं,जाए पोड़या रे उंडा ओबरिए,
के रे लाल थारो माथो दुखे। के थाने चढ़ गई जुरझुरिया।में वारी जाऊं,के थाने चढ़ गई जुरझुरिया।
नाही माता मारो माथो दुखे, नही मने चढ़ गई झुर्जुरिया।में वारी जाऊं,नही मने चढ़ गई झुर्जुरिया।
गढ गोकुल से गुजरी आई,की कानजी ने ट्लो दे गई रे।में वारी जाऊं,कानजी ने ट्लो दे गई रे।
तू तो रे कान्हा यशोदा रो जायो। असल गुजरी ने छल लीजे ।में वारी जाऊं,असल गुजरी ने छल लीजे ।
मात्र सुभद्रा रो दामन पहनो, पहनी यशोदा री चुनरिया।में वारी जाऊं,पहनी यशोदा री चुनरिया।
मोटोरी भोजाई रो कंचों पहन्यो, नैनकी भोजाई री नेवरिया।में वारी जाऊं,नैनकी भोजाई री नेवरिया।
आमी चामी सूरज सामी।घेर चबुक बाई रे बरनी।में वारी जाऊं,घेर चबुक बाई रे बारने।
माथे ऊपर दहीडा री मटकी। असल गुजरी बन चाली।में वारी जाऊं,असल गुजरी बन चाली।
सामा मिल गया गाया रा गवाला। लाल गुजरी रो घर किशो।में वारी जाऊं,लाल गुजरी रो घर किशो।
अड़ोसन पड़ोसन गेलो जी भार्यो।बाहर आई थारी बहनडीया।में वारी जाऊं,बाहर आई थारी बहनडीया।
कांचू खोल सिरहाने मेल्यो।माय चमक दोई बाटकिया।
नहीं छे काका री नहीं छे बाबा री।नही म्हारे सगी बहनडीया। में वारी जाऊं,नही म्हारे सगी बहनडीया।
तू थी पालनिये में थी सासरिये।आपा दोनू सगी बहनडीया।।में वारी जाऊं,आपा दोनू सगी बहनडीया।।
चलो ए बहनों आपा दातुन ढोला। कुला चलाया साग मर्दों रा।में वारी जाऊं,कुला चलाया साग मर्दों रा।
चलो ए बहनों आपा भोजन जिमा। कौवा उठाया साग मर्दों का।में वारी जाऊं,कौवा उठाया साग मर्दों का।
चलो ए बहनों आपा महलों में चाला। बेगी पोढा ये दोनो बहनडीया।में वारी जाऊं,बेगी पोढा ये दोनो बहनडीया।
चुनर खोल खूंटी में टांगयो।माय चमकिया मोर मुकुट।में वारी जाऊं,माय चमकिया मोर मुकुट।
कांचू खोल सिरहाने मेलियो।माय चमक दोई बाटकीया। में वारी जाऊं,माय चमक दोई बाटकीया।
धाबल खोल पगा में मेल्यो। माई चमकीया पीतांबर, में वारी जाऊं,माई चमकीया पीतांबर,
चांद सूरज दोय पांखा रे बांध्या।रात गई रे सवा पहर री, वारी जाऊं,रात गई रे सवा पहर री,
गाया रो गोरांगो उच्रियो,गोवर्धन री गाया माही खेल रहयो।वारी जाऊं,गोवर्धन री गाया माही खेल रहयो।