Categories
श्याम भजन लिरिक्स

Nimantran shish ke Dani thara kirtan karawa,शीश के दानी थारा कीर्तन करावा,shyam bhajan

शीश के दानी थारा कीर्तन करावा

शीश के दानी थारा कीर्तन करावा।शीश के दानी थारा कीर्तन करावा। कीर्तन करावा थाने आज बुलावा।शीश के दानी थारा कीर्तन करावा।शीश के दानी थारा कीर्तन करावा।

सच्ची श्रद्धा से बाबा थाने बुलावा। हीरा मोत्या से बाबा सिंहासन सजावा।सच्ची श्रद्धा से बाबा थाने बुलावा। हीरा मोत्या से बाबा सिंहासन सजावा। आप पधारो बाबा सिंहासन बिराजो।शीश के दानी थारा कीर्तन करावा।शीश के दानी थारा कीर्तन करावा।

केसरिया रंग का थाने बागा पहरावा। फुल चढ़ावा थारे इत्र लगावा।केसरिया रंग का थाने बागा पहरावा। फुल चढ़ावा थारे इत्र लगावा। केसर चंदन का थारे तिलक लगावा।शीश के दानी थारा कीर्तन करावा।शीश के दानी थारा कीर्तन करावा।

थाल सजाया छप्पन भोग लगावा। देसी घी का बाबा दीपक जलावा।थाल सजाया छप्पन भोग लगावा।। देसी घी का बाबा दीपक जलावा। आरती उतारा बाबा ध्यान लगवा।शीश के दानी थारा कीर्तन करावा।शीश के दानी थारा कीर्तन करावा।

ग्यारस का कीर्तन बाबा रात जगावा। सुख दुख की बाता बाबा थाने बतावा।ग्यारस का कीर्तन बाबा रात जगावा। सुख दुख की बाता बाबा थाने बतावा। भजना से थाने बाबा आज रिझावा।शीश के दानी थारा कीर्तन करावा।शीश के दानी थारा कीर्तन करावा।

शीश के दानी थारा कीर्तन करावा।शीश के दानी थारा कीर्तन करावा। कीर्तन करावा थाने आज बुलावा।शीश के दानी थारा कीर्तन करावा।शीश के दानी थारा कीर्तन करावा।

Leave a comment