तर्ज, सज रही गली तेरी अम्मा
दे दो ना बधाई अम्मा आज शादी है तेरे घर में। दे दो ना बधाई बाबूजी शादी है तेरे घर में।शादी है तेरे घर में।शादी है तेरे घर में।दे दो ना बधाई अम्मा आज शादी है तेरे घर में। दे दो ना बधाई बाबूजी शादी है तेरे घर में।दे दो ना बधाई अम्मा आज शादी है तेरे घर में। दे दो ना बधाई बाबूजी शादी है तेरे घर में।
सूरत जैसे चमके देखो दूल्हे का मुखड़ा। दुल्हन तो लगती जैसे चांद का हो टुकड़ा।सूरत जैसे चमके देखो दूल्हे का मुखड़ा। दुल्हन तो लगती जैसे चांद का हो टुकड़ा। ऐसी जोड़ी मिलेगी नहीं सारे ही शहर मे।दे दो ना बधाई अम्मा आज शादी है तेरे घर में। दे दो ना बधाई बाबूजी शादी है तेरे घर में।
ऊपर वाले ने हांजी, यह जोड़ी बनाई हां जी, हम लेने आए हां जी, शादी की बधाई हाजी, ना कर कंजूसी हां जी, तू नोट बार दे,हांजी, सो दो सो ना लूं हांजी,५१ हजार दे हां जी, हम लेकर बधाइ हां जी, हम देंगे दुआएं हां जी, महालक्ष्मी तेरे हां जी, घर में आ जाए हां जी,
बुद्धा बुढ़िया दोनों ही नोट खूब कमाते हो। देने में बधाई क्यों कंजूसी दिखाते हो।दे दो ना बधाई अम्मा आज शादी है तेरे घर में। दे दो ना बधाई बाबूजी शादी है तेरे घर में।
हम दिल से तुमको हांजी, फिर देंगे दुआएं हां जी, फिर अगले बरस तू हां जी, पोते को खिलाएं हां जी, हम फिर से बधाई हां जी ,लेने आएंगे हाजी, पोती की बधाई हां जी ,लेकर जाएंगे हां जी,
जी भर के देंगे दुआएं हमारी, अगले साल तेरे घर में गूंजे किलकारी।जी भर के देंगे दुआएं हमारी, अगले साल तेरे घर में गूंजे किलकारी।दे दो ना बधाई अम्मा आज शादी है तेरे घर में। दे दो ना बधाई बाबूजी शादी है तेरे घर में।