तर्ज,सावन का महीना पवन करे शोर
सास-बहू में झगड़ा, हुआ है बड़ा जोर।
बन्ना सोचे मन में, लडू मैं किस ओर। सास-बहू में झगड़ा, हुआ है बड़ा जोर।
बन्ना सोचे मन में, लडू मैं किस ओर।
मम्मी की ओर लडू तो बीबी रूठ जाए,
बीबी की ओर लडू तो ममता टूट जाए। मम्मी की ओर लडू तो बीबी रूठ जाए,
बीबी की ओर लडू तो ममता टूट जाए।
दोनों से बंधी है, ये मेरे दिल की डोर,
बन्ना सोचे मन में, लडू मैं किस ओर।
बीबी की मानूं तो मैं, जोरू का गुलाम हूं।
मम्मी की मानू तो मैं, पति ही ख़राब हूं। बीबी की मानूं तो मैं, जोरू का गुलाम हूं।
मम्मी की मानू तो मैं, पति ही ख़राब हूं।
जाऊं तो मैं, जाऊं किस ओर,
बन्ना सोचे मन में, लडू मैं किस ओर।
सास-बहू का ये तो झगड़ा पुराना है
हमने ही नहीं सारी दुनिया ने माना है।सास-बहू का ये तो झगड़ा पुराना है
हमने ही नहीं सारी दुनिया ने माना है।
पापा ने समझाया, जाना ना किसी एक ओर,
इस पर तो न चलता है, ईश्वर का भी जोर।
बन्ना सोचे मन में, लडू मैं किस ओर।
सास-बहू में झगड़ा, हुआ है बड़ा जोर।
बन्ना सोचे मन में, लडू मैं किस ओर। सास-बहू में झगड़ा, हुआ है बड़ा जोर।
बन्ना सोचे मन में, लडू मैं किस ओर।