तर्ज,ना स्वर है न सरगम है
रो-रो कर पुकारु तुझे एक बार तो आ जाओ।रो-रो कर पुकारु तुझे एक बार तो आ जाओ। मेरी अखियां प्यासी है आकर दरस दिखा जाओ।रो-रो कर पुकारु तुझे एक बार तो आ जाओ।
अपनों ने मुझे बाबा हर पल ठुकराया है। जब पड़ी मुसीबत में कोई काम ना आया है।अपनों ने मुझे बाबा हर पल ठुकराया है। जब पड़ी मुसीबत में कोई काम ना आया है। हारे के सहारे तुम मेरा साथ निभा जाओ।मेरी अखियां प्यासी है आकर दरस दिखा जाओ।मेरी अखियां प्यासी है आकर दरस दिखा जाओ।रो-रो कर पुकारु तुझे एक बार तो आ जाओ।
तूफा में है कश्ती बड़ी दूर किनारा है। मुझको है तेरी आस मुझे तेरा सहारा है।तूफा में है कश्ती बड़ी दूर किनारा है। मुझको है तेरी आस मुझे तेरा सहारा है। मांझी बनकर बाबा मुझे पार लगा जाओ।मेरी अखियां प्यासी है आकर दरस दिखा जाओ।मेरी अखियां प्यासी है आकर दरस दिखा जाओ।मेरी अखियां प्यासी है आकर दरस दिखा जाओ।रो-रो कर पुकारु तुझे एक बार तो आ जाओ।
विश्वास जो तुम पर है इसे टूटने ना देना। जब तक है मेरे तन में प्राण दर छूटने न देना।विश्वास जो तुम पर है इसे टूटने ना देना। जब तक है मेरे तन में प्राण दर छूटने न देना। सागर है शरण तेरी संताप मिटा जाओ।मेरी अखियां प्यासी है आकर दरस दिखा जाओ।मेरी अखियां प्यासी है आकर दरस दिखा जाओ।रो-रो कर पुकारु तुझे एक बार तो आ जाओ।
रो-रो कर पुकारु तुझे एक बार तो आ जाओ।रो-रो कर पुकारु तुझे एक बार तो आ जाओ। मेरी अखियां प्यासी है आकर दरस दिखा जाओ।रो-रो कर पुकारु तुझे एक बार तो आ जाओ।