तर्ज,सांवली सूरत पे मोहन
यह मेरी लड़नी जिठानी लड़ने में होशियार है।यह मेरी लड़नी जिठानी लड़ने में होशियार है।यह मेरी लड़नी जिठानी लड़ने में होशियार है।यह मेरी लड़नी जिठानी लड़ने में होशियार है।
एक तो भारी इसकी बॉडी, उस पर तगड़े हाथ है।एक तो भारी इसकी बॉडी, उस पर तगड़े हाथ है। हाथ में बेलन को लेकर हो गई तैयार है।यह मेरी लड़नी जिठानी लड़ने में होशियार है।यह मेरी लड़नी जिठानी लड़ने में होशियार है।
एक तो जुबान तीखी कैंची के जैसे चले।एक तो जुबान तीखी कैंची के जैसे चले। साथ में एटम बम देसी गालियां दो चार है।यह मेरी लड़नी जिठानी लड़ने में होशियार है।यह मेरी लड़नी जिठानी लड़ने में होशियार है।
एक तो आंखें है मोटी उस पर घूरे यह मुझे।एक तो आंखें है मोटी उस पर घूरे यह मुझे। देख कर छूटे पसीना डर लगे बार-बार है।यह मेरी लड़नी जिठानी लड़ने में होशियार है।यह मेरी लड़नी जिठानी लड़ने में होशियार है।यह मेरी लड़नी जिठानी लड़ने में होशियार है।यह मेरी लड़नी जिठानी लड़ने में होशियार है।यह मेरी लड़नी जिठानी लड़ने में होशियार है।यह मेरी लड़नी जिठानी लड़ने में होशियार है।यह मेरी लड़नी जिठानी लड़ने में होशियार है।