सुख हो दुःख हो जीवन में हो कैसे भी हालात।सुख हो दुःख हो जीवन में हो कैसे भी हालात।
होती रहे यूँ ही बाबा ग्यारस पे अपनी मुलाकात।होती रहे यूँ ही बाबा ग्यारस पे अपनी मुलाकात।
धन दौलत ये महल अटारी,
मतलब की यहाँ रिश्तेदारी।धन दौलत ये महल अटारी,मतलब की यहाँ रिश्तेदारी।
रिश्ता ये अपना सबसे अलग है, आती या ग्यारस बाबा तेरी जब जब है।
दौड़ा मैं भागा चला आऊं रोके ना रुके न जज़्बात।होती रहे यूँ ही बाबा ग्यारस पे अपनी मुलाकात।सुख हो दुःख हो जीवन में,
कैसे कहूँ यहाँ आके मैंने क्या पाया।
किया जो दीदार तेरा दिल भर आया।कैसे कहूँ यहाँ आके मैंने क्या पाया।
किया जो दीदार तेरा दिल भर आया।
ऐसा लगा तुझे भी रहता इंतज़ार है,
प्रेमियों से मिलने को तू भी बेकरार है,
जिसको दुखी तू देखे बाबा हाथ बढ़ा के थामे हाथ।होती रहे यूँ ही बाबा ग्यारस पे अपनी मुलाकात।सुख हो दुःख हो जीवन में,
सफर आखिरी जब हो मेरी ज़िन्दगी का,
खाटू की मिटटी पाऊं अरमा ये दिल का।सफर आखिरी जब हो मेरी ज़िन्दगी का,
खाटू की मिटटी पाऊं अरमा ये दिल का।
दिन हो वो ग्यारस की कीर्तन की रात हो,
भजनो से रिझाऊं तुझे मैं प्रेमियों का साथ हो।
ऐसे में तू आये ले जाए शानू को बाबा अपने साथ।होती रहे यूँ ही बाबा ग्यारस पे अपनी मुलाकात।सुख हो दुःख हो जीवन में,
सुख हो दुःख हो जीवन में हो कैसे भी हालात।सुख हो दुःख हो जीवन में हो कैसे भी हालात।
होती रहे यूँ ही बाबा ग्यारस पे अपनी मुलाकात।होती रहे यूँ ही बाबा ग्यारस पे अपनी मुलाकात।