घर-घर में राधेश्याम, हो श्याम ,रहे झूल हिंडोले सावन के।घर-घर में राधेश्याम, हो श्याम ,रहे झूल हिंडोले सावन के।रहे झूल हिंडोले सावन के।रहे झूल हिंडोले सावन के।घर-घर में राधेश्याम, हो श्याम ,रहे झूल हिंडोले सावन के।
सावन की दिव्य घटाओं में ,मनमोहन सुघड़ घटाओं में।सावन की दिव्य घटाओं में ,मनमोहन सुघड़ घटाओं में। ब्रज धाम बनो सुखधाम, सुखधाम,रहे झूल हिंडोले सावन के।घर-घर में राधेश्याम, हो श्याम ,रहे झूल हिंडोले सावन के।घर-घर में राधेश्याम, हो श्याम ,रहे झूल हिंडोले सावन के।
ब्रज के रंगीन नजारे हैं। घर-घर में झूला डाले हैं।ब्रज के रंगीन नजारे हैं। घर-घर में झूला डाले हैं। मनमोहन छवि अभीराम, हो राम,रहे झूल हिंडोले सावन के।घर-घर में राधेश्याम, हो श्याम ,रहे झूल हिंडोले सावन के।घर-घर में राधेश्याम, हो श्याम ,रहे झूल हिंडोले सावन के।
देवी देवता स्वर्ग से आए। छवि घटा देख हरसाए।देवी देवता स्वर्ग से आए। छवि घटा देख हरसाए। सुंदरता ललित ललाम, ललाम,रहे झूल हिंडोले सावन के।घर-घर में राधेश्याम, हो श्याम ,रहे झूल हिंडोले सावन के।घर-घर में राधेश्याम हो श्याम रहे झूल हिंडोले सावन के,
मन मगन सभी नर-नारी है ।और भक्त सभी बलिहारी है।मन मगन सभी नर-नारी है ।और भक्त सभी बलिहारी है। रसना से बोलो राम, हो राम,रहे झूल हिंडोले सावन के।घर-घर में राधेश्याम, हो श्याम ,रहे झूल हिंडोले सावन के।घर-घर में राधेश्याम हो श्याम रहे झूल हिंडोले सावन के,
मेरे घर भी आना श्यामसुंदर, मैंने भी झूला डलवाया।मेरे घर भी आना श्यामसुंदर, मैंने भी झूला डलवाया। मैं तो झोटा दूंगी सुबह शाम, सुबह शाम,रहे झूल हिंडोले सावन के।घर-घर में राधेश्याम, हो श्याम ,रहे झूल हिंडोले सावन के।घर-घर में राधेश्याम हो श्याम रहे झूल हिंडोले सावन के,
घर-घर में राधेश्याम, हो श्याम ,रहे झूल हिंडोले सावन के।घर-घर में राधेश्याम, हो श्याम ,रहे झूल हिंडोले सावन के।रहे झूल हिंडोले सावन के।रहे झूल हिंडोले सावन के।घर-घर में राधेश्याम, हो श्याम ,रहे झूल हिंडोले सावन के।