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श्याम भजन लिरिक्स

Shyam ke premi,श्याम के प्रेमी रुकते नहीं है किसी के रोके से,shyam bhajan

श्याम के प्रेमी रुकते नहीं है किसी के रोके से।

तर्ज, लाल दुपट्टा उड़ गया मेरा

श्याम के प्रेमी रुकते नहीं है किसी के रोके से। डरते नहीं है आंधी और तूफान के झोंके से। श्याम जब याद आता है, प्रेमी कोई रूक नहीं पाता है।श्याम के प्रेमी रुकते नहीं है किसी के रोके से। डरते नहीं है आंधी और तूफान के झोंके से। श्याम जब याद आता है, प्रेमी कोई रूक नहीं पाता है।श्याम जब याद आता है, प्रेमी कोई रूक नहीं पाता है।

जैसे ही हमने याद किया, वह लीले चढ़कर आ गया। लीले पर उसे बैठा देख, चांद भी शरमा गया।।जैसे ही हमने याद किया, वह लीले चढ़कर आ गया। लीले पर उसे बैठा देख, चांद भी शरमा गया।। कहीं नजर न लग जाए, कुछ तो करो। फूलों से ढक जाए, ऐसा करो।कहीं नजर न लग जाए, कुछ तो करो। फूलों से ढक जाए, ऐसा करो। कजरा लगा दो लगे ना नजर फिर, कभी भी धोखे सेडरते नहीं है आंधी और तूफान के झोंके से। श्याम जब याद आता है, प्रेमी कोई रूक नहीं पाता है।श्याम जब याद आता है, प्रेमी कोई रूक नहीं पाता है।

सूरज की लाली मुखड़े पर, मुखड़े को चमकाती है। मुखडे कि वह चमक ही तो ,प्रेमी को तड़पाती है।सूरज की लाली मुखड़े पर, मुखड़े को चमकाती है। मुखडे कि वह चमक ही तो, प्रेमी को तड़पाती है। फिर क्या हो जाता पता नहीं, इसमें कोई दिल की खता नहींफिर क्या हो जाता पता नहीं, इसमें कोई दिल की खता नहीं। उसने दिया है हमें सहारा बड़े ही मौके से।डरते नहीं है आंधी और तूफान के झोंके से। श्याम जब याद आता है, प्रेमी कोई रूक नहीं पाता है।श्याम जब याद आता है, प्रेमी कोई रूक नहीं पाता है।

मिलता है तब धीरज जब यह ,श्याम सामने होता है। श्याम प्रेमी का दिल है दीवाना ,याद में उसके रोता है।मिलता है तब धीरज जब यह ,श्याम सामने होता है। श्याम प्रेमी का दिल है दीवाना ,याद में उसके रोता है। उसके बिन दिल यह, ना माने। किसी और को दिल ना, पहचाने।उसके बिन दिल यह, ना माने। किसी और को दिल ना, पहचाने। कोई असर नहीं पड़ता है अब किसी के रोके से।डरते नहीं है आंधी और तूफान के झोंके से। श्याम जब याद आता है, प्रेमी कोई रूक नहीं पाता है।श्याम जब याद आता है, प्रेमी कोई रूक नहीं पाता है।

श्याम के प्रेमी रुकते नहीं है किसी के रोके से। डरते नहीं है आंधी और तूफान के झोंके से। श्याम जब याद आता है, प्रेमी कोई रूक नहीं पाता है।श्याम के प्रेमी रुकते नहीं है किसी के रोके से। डरते नहीं है आंधी और तूफान के झोंके से। श्याम जब याद आता है, प्रेमी कोई रूक नहीं पाता है।श्याम जब याद आता है, प्रेमी कोई रूक नहीं पाता है।

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